मृत्यु

Litreture

कविता : जीवन-मृत्यु: एक दर्शन

क्या डरना, मृत्यु सत्य है, क्या डरना, मृत्यु आती है आयेगी, क्यों डरना, जल्दी मरने का, कोई इरादा न था, कब मिलेंगे मौत से, कोई वादा न था। चलते चलते सरे राह आयेगी वह, ज़िन्दगी अब छोटी है बतायेगी वह, पल दो पल ही, मौत से पाला पड़े, सिलसिला जीवन का थमने लगे। आज आनी […]

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