सतयुग

Uttar Pradesh

शाश्वत संस्कृति का संदेश

डॉ दिलीप अग्निहोत्री भगवान श्रीकृष्ण सोलह कलाओं से युक्त थे। भारतीय दर्शन में उनकी अपार महिमा का गुणगान किया गया- वसुदेव-सुतं देवं कंपास-चानूर-मर्दनम् | देवकी-परमानन्दं कृष्णं वन्दे जगदगुरुम् || प्रभु के अवतारों के शिशु रूप की बड़ी महिमा है। भगवान शिव जी तो इस रूप के दर्शन करने को भेष बदल कर अयोध्या गए थे,जहां […]

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Litreture

कविता : निष्काम प्रेम

आज ज़माना क्या फिर आयेगा, राधा कृष्ण का त्याग बतलायेगा, निष्काम प्रेम की वो आधारशिला, जो नि:स्वार्थ जीवनपर्यंत निभायेगा।   मित्रता की नींव अगर भावनाओं से, जुड़ी है तो इसका टूटना मुश्किल है, और अगर यह स्वार्थ से जुड़ी हुई है, तो इसका टिकना बहुत मुश्किल है। कविता: मैं स्वर उधार माँगता हूँ हर सुबह […]

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