Gayatri
Litreture
कविता: जिस घर में मेरा नाम भी नहीं दिखता
- Nayalook
- August 30, 2022
- Gayatri
- Hard Work
- idol
- laughing life
- savitri
दिन का उजाला तो सपने देखने में बीता, रात का अँधेरा बेटे को सुलाने में बीता, मेरा पूरा जीवन उस को सजाने में बीता, जिस घर में मेरा नाम भी नहीं दिखता। बचपन जहाँ बीता वह एक घर मेरा था, छूट गया जब किसी और के घर आना था, अब न वो रहा मेरा […]
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