लखनऊ। मोदी सरकार का यह आत्मविश्वास से भरा बजट है। अभूतपूर्व राजस्व आय और चुनावी साल होने के बावजूद लोक लुभावन योजनाओं से परहेज़ किया गया है। करदाताओं की मेहनत की कमाई को वोट बटोरने के बजाए देश के वास्तविक विकास पर ख़र्च किया जा रहा है। गरीबों के लिए दो करोड़ नये घर व गाँवों में तीन करोड़ लखपति दीदी के लक्ष्य के ज़रिए भारत में ग़रीबी उन्मूलन का वायदा नहीं बल्कि ठोस उपाय किया जा रहा है। एक करोड़ घरों को सोलर पैनल लगवाने पर 300 यूनिट बिजली प्रति माह मुफ़्त दी जाएगी।
आर्थिक व राजनीतिक दोनों ही पैमानों पर यह दूरदर्शी योजना वाक़ई बेहतरीन व सराहनीय है। इससे न केवल सोलर उद्योग बढ़ेगा, पर्यावरण सुधरेगा, बिजली का बिल कम या ख़त्म होने से मध्यम वर्ग की जेब में पैसे बचेंगे बल्कि बिजली कंपनियों की हालत भी बेहतर होगी। सरकार पर राजस्व का भार नहीं बढ़ेगा साथ ही हम 2070 के अपने नेट ज़ीरो के लक्ष्य को हासिल कर पाएंगे। भारत के विशेष रूप से मध्यमवर्गीय व नौकरीपेशा एक करोड़ करदाताओं को पुरानी टैक्स डिमांड से राहत देने के लिए भी मोदी सरकार का हृदय से आभार व साधुवाद।
देश के प्रथम मुस्लिम देहदानी एवं भाजपा कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र के नेता डॉ अरशद मंसूरी ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करतें हुए बजट-2024 कों सर्वस्पर्शी एवं सर्व समावेशी बजट बताया हैं! युवाओं, महिलाओ एवं अन्नदाताओ कों ध्यान में रखते हुए बहुत ही अच्छा बजट पेश किया गया! इस अंतरिम बजट में आस्था से अर्थव्यवस्था तक में बड़ा परिवर्तन दिखा हैं! भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा एवं भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनेगा! वित्त मन्त्री निर्मला सीतारमण ने सभी कों पक्का मकान देने का वादा दोहराया हैं! 3 करोड़ महिलाओ कों लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा गया हैं! इस अदभुत योजना से आत्मनिर्भरता बढ़ेगी! किसान सम्मान निधि कों 6000 रूपये से बढाकर 9000 किया जायेगा! समाजसेवी डॉ अरशद मंसूरी ने इस बजट कों युवा, महिला, गरीब और किसान कों सशक्तिकरण करने वाला बताया हैं और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं वित्त मन्त्री निर्मला सीतारमण कों बधाई प्रेषित की हैं!
विपक्ष ने कहा- खोदा पहाड़ निकली चुहिया
वित्त मंत्री जी बजट पर 58 मिनट तक बोलती रहीं, देश को राहत चाहिए था, भाषण नहीं। भाजपा सरकार ने मध्यवर्गीय नागरिकों तथा नौकरी पेसा मिडिल क्लास को फिर ठेंगा दिखाकर आयकर में कोई राहत नहीं दी। क्या ये सिर्फ चुनावी बजट है ?किसानों की आय बढ़ाने, बेरोजगार युवाओं तथा छात्रो के लिए कुछ नहीं किया। व्यापारियों को किसी प्रकार की छूट न देते हुए उन पर GST के रूप में सरकार को टैक्स देने का दबाव बढ़ाया, आम जरूरत के रूप में किसी भी प्रकार की छुठ ग्रृहणियों को उनकी रसोई मे नहीं दी।
डॉ अजय तोमर पूर्व विधायक राष्ट्रीय लोक दल जनपद बागपत,