जयपुर से राजेंद्र गुप्ता
हिंदू धर्म में एकादशी का व्रत प्राचीन समय से लोग करते आ रहे हैं। इस व्रत को करने पर भगवान विष्णु तथा माता लक्ष्मी के आशीर्वाद की प्राप्ति होती हैं। इसलिए सभी व्रतों में एकादशी व्रत का अधिक महत्व हैं। ऐसा माना जाता है की इस व्रत के करने से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती हैं। इसके अलावा अन्य और भी शुभ फलों की प्राप्ति होती हैं। एकादशी महीने में दों बार आती हैं। आप लोग भी नियम और विधि का पालन करते हुए एकादशी का व्रत कर सकते हैं।
एकादशी व्रत किसको करना चाहिए,
एकादशी व्रत कोई भी कर सकता हैं। एकादशी व्रत महिला, पुरुष, बुजुर्ग आदि कर सकते हैं। घर का कोई भी सदस्य एकादशी का व्रत कर सकता हैं।
एकादशी व्रत क्यों किया जाता है,
एकादशी का व्रत करने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी प्रसन्न होते हैं। तथा उनके शुभ आशीर्वाद की हमे प्राप्ति होती हैं। यह व्रत करने से हमारे पापों का नाश होता हैं। इसलिए एकादशी का व्रत किया जाता हैं।
एकादशी व्रत के फायदे
- एकादशी का व्रत करने से मनुष्य के पापों का नाश होता हैं।
- यह व्रत करने से भुत-पिशाच आदि से छुटकारा मिलता हैं।
- यह व्रत करने से मनुष्य की काफी सारी समस्या का निवारण होता हैं। तथा मनुष्य को संकट से मुक्ति मिलती हैं।
- यह व्रत करने से माता लक्ष्मी के आशीर्वाद की प्राप्ति होती हैं। जिस कारण हमें धन की प्राप्ति होती हैं। और आर्थिक तंगी से मुक्ति मिलती हैं।
- यह व्रत करने से मोक्ष की प्राप्ति होती हैं।
- इस व्रत को करने से विवाह में आ रही बाधाएं समाप्त हो जाती हैं।
- इस व्रत को करने से परिवार में शांति बनी रहती हैं।
- एकादशी व्रत करने से बीमारी से मुक्ति मिलती हैं।
- एकादशी व्रत करने से व्यक्ति के मान-सम्मान में वृद्धि होती हैं। तथा ऐश्वर्य की प्राप्ति होती हैं।
- अगर किसी को पुत्र प्राप्ति में बाधा आ रही हैं। तो एकादशी के व्रत करने से पुत्र की प्राप्ति होती हैं।
- एकादशी का व्रत करने से हर प्रकार की मनोकामना पूर्ण होती हैं।
- एकादशी का व्रत करने से हमे हमारे शत्रु से मुक्ति मिलती हैं।
- एकादशी का व्रत करने से हमने जीवन में जो भी खोया हैं। वह वापस मिलता हैं।
- एकादशी का व्रत करने से भगवान विष्णु तथा माता लक्ष्मी के आशीर्वाद की प्राप्ति होती हैं।
- एकादशी का व्रत एकादशी के दिन से ही प्रारंभ करना चाहिए।
एकादशी के व्रत में क्या खाना चाहिए
एकादशी के दिन साबूदाना, नारियल, दूध, बदाम, शकरकंद, कुट्टू, चीनी, अदरक, सेंधा नमक, आलू, काली मिर्च आदि का सेवन कर सकते है। इस दिन लहसुन, प्याज, मांस, मसूर दाल आदि का सेवन करने से बचना चाहिए।
एकादशी के दिन क्या नहीं करना चाहिए,
- इस दिन जुआ आदि नहीं खेलना चाहिए।
- इस दिन मांस का सेवन नहीं करना चाहिए।
- इस दूसरी बार भोजन नहीं करना चाहिए।
- इस दिन गुस्से को त्याग देना चाहिए।
- इस दिन किसी की निंदा नहीं करनी चाहिए।
- इस दिन शहद का सेवन नहीं करना चाहिए।
- इस दिन दूसरों के द्वारा दिया गया अन्न नहीं खाना चाहिए।
- इस दिन चने का शाक, मसूर की दाल, कोंदो का शाक, नमक, तेल, चावल आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।