होलिका दहन आज  है, जानिए शुभ तिथि व पूजा विधि और मुहूर्त…

जयपुर से राजेंद्र गुप्ता 

होली एक सांस्कृतिक, धार्मिक और पारंपरिक त्योहार है। पूरे भारत में इसका अलग ही जश्न और उत्साह देखने को मिलता है। होली भाईचारे, आपसी प्रेम और सद्भावना का त्योहार है। इस दिन लोग एक दूसरे को रंगों में सराबोर करते हैं। होली हिंदू धर्म का प्रमुख पर्व है। बसंत का महीना लगने के बाद से ही इसका इंतजार शुरू हो जाता है। फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा की रात होलिका दहन किया जाता है और इसके अगले दिन होली मनाई जाती है। हिंदू धर्म के अनुसार होलिका दहन को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना गया है। होली एक सांस्कृतिक, धार्मिक और पारंपरिक त्योहार है। पूरे भारत में इसका अलग ही जश्न और उत्साह देखने को मिलता है। होली भाईचारे, आपसी प्रेम और सद्भावना का त्योहार है। इस दिन लोग एक दूसरे को रंगों में सराबोर करते हैं। घरों में गुझिया और पकवान बनते हैं। लोग एक दूसरे के घर जाकर रंग-गुलाल लगाते हैं और होली की शुभकामनाएं देते हैं।

होलिका दहन का मुहूर्त

24 मार्च को होलिका दहन है। इस दिन होलिका दहन के लिए शुभ मुहूर्त देर रात 11 बजकर 13 मिनट से लेकर 12 बजकर 27 मिनट तक है। ऐसे में होलिका दहन के लिए आपको कुल 1 घंटे 14 मिनट का समय मिलेगा। होलिका के अगले दिन होली मनाई जाती है, इसलिए इस साल 25 मार्च को होली है। इस दिन देशभर में धूमधाम से होली मनाई जाएगी।

पूर्णिमा तिथि : फाल्गुन पूर्णिमा को होलिका दहन और इसके अगले दिन होली मनाई जाती है। इस साल फाल्गुन पूर्णिमा तिथि 24 मार्च को सुबह 09 बजकर 54 मिनट से शुरू होगी। वहीं इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 25 मार्च को दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर होगा।

होलिका दहन पूजा की विधि

होलिका दहन की पूजा करने के लिए सबसे पहले स्नान करना जरूरी है।

स्नान के बाद होलिका की पूजा वाले स्थान पर उत्तर या पूरब दिशा की ओर मुंह करके बैठ जाएं।

पूजा करने के लिए गाय के गोबर से होलिका और प्रहलाद की प्रतिमा बनाएं।

वहीं पूजा की सामग्री के लिए रोली, फूल, फूलों की माला, कच्चा सूत, गुड़, साबुत हल्दी, मूंग, बताशे, गुलाल नारियल, 5 से सात तरह के अनाज और एक लोटे में पानी रख लें।

इसके बाद इन सभी पूजन सामग्री के साथ पूरे विधि-विधान से पूजा करें। मिठाइयां और फल चढ़ाएं।

होलिका की पूजा के साथ ही भगवान नरसिंह की भी विधि-विधान से पूजा करें और फिर होलिका के चारों ओर सात बार परिक्रमा करें।

Religion

मकर संक्रांति आज आज है, जानिए शुभ मुहूर्त और महत्व व शुद्ध…

अजमेर से राजेन्द्र गुप्ता मकर संक्रांति एक ऋतु पर्व है। यह दो ऋतुओं का संधिकाल है। यह त्योहार शीत ऋतु के खत्म होने और वसंत ऋतु के शुरूआत की सूचना देता है। पिछले कुछ सालों से मकर संक्रांति का पर्व कभी 14 तो कभी 15 जनवरी को मनाया जाता है। इस साल मकर संक्रांति कल […]

Read More
Religion

शनि प्रदोष व्रत आज है जानिए शुभ तिथि और शुभ मुहूर्त व उपाय…

अजमेर से राजेन्द्र गुप्ता साल 2025 का पहला प्रदोष व्रत पौष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को रखा जाएगा। यह विशेष व्रत शनिवार को पड़ने की वजह से ये शनि प्रदोष व्रत कहलाता है। मान्यता है कि इस व्रत को श्रद्धा और विधि पूर्वक करने से भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है […]

Read More
Religion

पुत्रदा एकादशी व्रत आज  है जानिए पूजा का समय और महत्व व कथा…

अजमेर से राजेन्द्र गुप्ता साल 2025 में आने वाली सबसे पहली एकादशी है पुत्रदा एकादशी। वैसे तो सभी एकादशी का हिंदू धर्म में महत्व है। लेकिन, पुत्रदा एकादशी का विशेष महत्व हिंदू धर्म में बताया गया है। पुत्रदा एकादशी का व्रत खासतौर पर संतान सुख की प्राप्ति के लिए रखा जाता है। साथ ही व्यक्ति […]

Read More