लखनऊ। सुल्तानपुर लेखपाल के बेटे ने UPPCS की परीक्षा में 29 वीं रैंक हासिल की। अंकित ने बताया कि इसके लिए उन्होंने करीब तीन साल तक स्मार्टफोन का इस्तेमाल नहीं किया और पांच साल तक फेसबुक से दूरी बनाए रखी। UPPCS की परीक्षा में इस बार सुल्तानपुर जिले के तीन छात्रों ने परचम लहराया है। इनमें से लेखपाल के बेटे ने SDM तो एक बेटी ने DSP और दूसरी ने नायब तहसीलदार बनकर पूरे परिवार का नाम रोशन किया है। जिले के जयसिंहपुर के पास महादेवपुर गांव निवासी 29 वर्षीय अंकित वर्मा के पिता राममूर्ति वर्मा लेखपाल के पद पर अहिमाने में तैनात हैं। अंकित ने बताया कि उन्होंने पांचवें प्रयास में उप जिलाधिकारी के पद पर सफलता हासिल की है। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा महर्षि विद्या मंदिर में हासिल की। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान दुर्गापुर पश्चिम बंगाल से ग्रेजुएशन किया। इसके बाद एक निजी कंपनी में बड़े अधिकारी के पद पर भी चयनित हो गए लेकिन उन्होंने PCS अधिकारी बनने की इच्छा नहीं छोड़ी और नौकरी त्यागकर तैयारी में जुट गए। दिल्ली में रहकर वह कोचिंग कर रहे थे। सात से आठ घंटे तक रोज पढ़ाई करते थे।
अंकित ने बताया कि 2017 से 2020 तक उन्होंने स्मार्टफोन का बिल्कुल इस्तेमाल नहीं किया। सोशल मीडिया से भी वह दूरी बनाए हुए थे। पांच साल से फेसबुक में अपनी प्रोफाइल फोटो भी अपलोड नहीं की। बताया कि उप जिलाधिकारी के पद पर चयनित होने पर लोगों की बधाइयां मिल रही हैं। उन्होंने तैयारी में लगे छात्रों को संदेश दिया है कि कठिन परिश्रम ईमानदारी से करते रहें। मूल्यों के प्रति निष्ठा होनी बहुत जरूरी है।
जिले के लंभुआ तहसील के पास स्थित कोल्हापुर गांव निवासी आकांक्षा पांडे ने 24वीं रैंक के साथ DSP पद के लिए चयनित हुई हैं। उन्होंने बताया कि उनके पिता मुरादाबाद में SP के पद से रिटायर हुए हैं। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से BA, MA और PHD की है। आकांक्षा ने बताया कि कठिन परिश्रम से सफलता हासिल होती है।
उधर, जिले की रोली मिश्रा ने 2021 के बाद 2022 में भी PCS की परीक्षा पास की है। अभी वह सहायक शोध अधिकारी के पद पर लखनऊ में तैनात हैं। इस बार नायब तहसीलदार के पद पर उन्होंने प्रदेश में पहली रैंक हासिल की है। रोली ने BSc और MSC इलाहाबाद विश्वविद्यालय से करते हुए दोनों ही विषयों में गोल्ड मेडल हासिल किया है। इंटरमीडिएट परीक्षा कान्वेंट सुल्तानपुर से उत्तीर्ण की है। वह मूल रूप से जयसिंहपुर तहसील क्षेत्र के मिसरौली गांव की रहने वाली हैं।