लखनऊ। आकांक्षा दुबे की मौत के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। आकांक्षा के परिवार ने समर के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं समर सिंह के वकील का कहना है कि 14 दिन से पहले उनकी जमानत हो जाएगी क्योंकि आरोपों में कोई जान नहीं है। समर सिंह को जेल भेजे जाने के बाद उनके वकील आशीष सिंह ने एक न्यूज चैनल से बातचीत की। उन्होंने बताया है कि किस आधार पर उनको बेल की पूरी उम्मीद है। आशीष सिंह ने कहा कि हम निर्दोष होने की बात रखते हुए बेल मांगेगे। बेल मिली तो ठीक नहीं तो सेशन में जमानत की अर्जी देंगे।
परिवार के आरोपों में कोई दम नहीं: समर के वकील
आशीष सिंह ने कहा कि आकांक्षा की मां और परिवार के सदस्यों ने जो आरोप समर सिंह पर लगाए हैं, वो निराधार हैं। आरोप किस वजह से लगाए जा रहे हैं, वो समझ से परे हैं। उनके आरोपों की जांच विवेचक करेगा, जो होगा सामने आएगा। अभी तक हमारे सामने किसी भी आरोप का कोई सबूत नहीं आया है। समर सिंह और आकांक्षा के रिलेशन के सवाल पर आशीष सिंह ने कहा कि हम उनके रिलेशन के बारे में नहीं जानते। दोनों लोग एक ही संस्था से जुड़े हैं तो रिलेशन भी हो सकता है। इस पर हमें जानकारी नहीं है।
तीन आरोप हैं समर सिंह पर-मोलेस्टेशन, मिस यूज और एक्सटोर्शन
आकांक्षा की मां ने समर सिंह पर बेटी के पैसे ना देने के आरोप लगाए हैं। इस पर समर के वकील ने कहा कि दोनों के बीच कोई लेनदेन था, ऐसा अभी तक तो नहीं लगता है। अगर कोई लेनदेन हो रहा था तो दूसरा पक्ष उसे जब प्रस्तुत करेगा तो हम उसका जवाब देंगे। वकील का कहना है कि तीन साल या दो साल से आकांक्षा के पैसे समर सिंह नहीं दे रहे थे तो क्यों उन्होंने कोई शिकायत क्यों नहीं की। क्या उन्होंने कमिश्नर, एसपी, थाने में कहीं कोई एक पत्र भी दिया कि मेरे साथ ये हो रहा है? कहीं कोई पत्र है तो दिखाएं, अब उनकी मौत के बाद मां कुछ भी आरोप लगा दें, उससे क्या होता है। आरोप लगाना तो आसान है। आकांक्षा की मां का कहना है कि रसूखदार लोग थे इसलिए हमने FIR नहीं कराई। इस पर समर सिंह के वकील कहते हैं कि रसूखदार लोग थे इसलिए FIR नहीं हुई। ये माना जा सकता है लेकिन कोई शिकायती पत्र तो दिया होगा, कार्रवाई होना ना होना बाद की बात है। कोई एप्लीकेशन किसी अफसर या थाने में दी गई तो उसका रिकॉर्ड दीजिए।
जुड़वां बच्चों की कुंडली होती है समान, फिर क्यों भविष्य में होता है अंतर?
मारपीट करते थे समर सिंह?
समर सिंह आकांक्षा से मारपीट करते थे, ऐसा भी उनकी मां ने कहा है। इस पर समर के वकील ने कहा कि इसका भी कोई साक्ष्य नहीं है। अगर कोई सबूत है तो उसे पेश करें। ऐसे कह देने से तो कुछ नहीं होता है। कोई कुछ भी कह सकता है।
आप कैसे समर सिंह को बेकसूर साबित करेंगे
समर के वकील ने कहा कि मैं अपने मुवक्किल को बेसकूर साबित करूंगा क्योंकि मेरे पास मेडिकल है। दूसरा हैंगिंग का साक्ष्य है। दूसरे पक्ष के पास कोई आधार नहीं हैं, एक भी साक्ष्य नहीं है। जिससे ये कहीं भी साबित हो कि समर सिंह इसमें शामिल हैं।
घटना के दिन समर सिंह कहां थे?
आकांक्षा की मौत के दिन समर सिंह कहां थे, इस पर उनके वकील ने कहा, समर सिंह बाहर थे, शहर के बाहर थे। वो होते तो सीसीटीवी में दिखते। ये नहीं बताऊंगा कि वो किस शहर में थे लेकिन वो वाराणसी से बाहर थे। वकील आशीष सिंह का कहना है कि उनके मुवक्किल निर्दोष साबित होंगे। उनको 14 दिन के लिए जेल भेजा गया है। हमको विश्वास है कि 14 दिन उनको जेल में नहीं रहना पड़ेगा। 14 दिन से पहले ही समर सिंह की जमानत हो जाएगी!