डॉ उमाशंकर मिश्रा
हर दिन कुछ खास लेकर आता है। इस दिन क्या पर्व है और क्या तिथि है, इस बारे में जान लेने से हमें कई फायदे होते हैं। एक दिन के अंदर एक बार राहुकाल आता है, जो हमें कहता है कि इस समय आपको थोड़ी सावधानी बरतनी है। साथ ही पंचाग हमें ये भी बताता है कि आज किस दिशा की ओर दिशाशूल है। यदि हमें मजबूरन यात्रा भी करनी है, तो वह उसका निदान भी बताता है। इसलिए नया लुक आपको नित्य पंचाग देता है, देखिए और लाभ लीजिए।
दिनांक – 14 अप्रैल 2023
दिन – शुक्रवार
विक्रम संवत – 2080
शक संवत – 1945
अयन – उत्तरायण
ऋतु – वसंत ॠतु
मास – वैशाख
पक्ष – कृष्ण
तिथि – नवमी रात्रि 09:34 तक तत्पश्चात दशमी
नक्षत्र – उत्तराषाढा सुबह 07:51 तक तत्पश्चात श्रवण
योग – सिद्ध सुबह 08:24 तक तत्पश्चात साध्य
राहुकाल- सुबह 10:30 से दोपहर 12:00 तक
सूर्योदय- 05:43
सूर्यास्त- 18:17
दिशाशूल- पश्चिम दिशा में…
व्रत पर्व विवरण – वैशाखी मेष संक्रात्रि (पुण्यकाल: सुबह 10:51 से सूर्यास्त तक)