गांव में बाबा साहब भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण
लखनऊ। भारत रत्न बोधिसत्व बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर साहब की 132वीं जयंती के मौके पर शुक्रवार को रायबरेली के पाहो गांव में ग्राम वासियों द्वारा विस्थापित बाबा साहब की आदमकद प्रतिमा का अनावरण पूर्व विधायक, हरचंदपुर राकेश सिंह एवं इंजीनियर भीमराज साहब ने किया। इस अवसर पर राकेश सिंह एवं इंजीनियर भीमराज साहब ने उपस्थित लोगों को बताया कि बाबा साहब ने बहुत अथक प्रयास करके भारत का संविधान बनाया। वर्तमान में भारत एक लोकतांत्रिक देश है और संविधान के अनुसार चल रहा है।
भारतीय संविधान में सभी वर्गों के लिए उचित प्रतिनिधित्व एवं समता, स्वतंत्रता, बंधुत्व करुणा, मैत्री, सामाजिक, आर्थिक एवं राजनैतिक बराबरी का सभी को समान अधिकार है। बाबा साहब कहते थे किसी समाज की प्रगति उस समाज की महिलाओं की शिक्षा पर निर्भर करती है, और उसका आकलन इस प्रकार किया जाता है की किस समाज में कितनी महिलाएं शिक्षित है। बाबा साहब जब श्रम सदस्य थे, तब उन्होंने कामगरो के लिए काम के आठ घंटे तय कराये थे। एवं प्रसूता महिलाओं के लिए छुट्टी का प्रावधान कराया था।
डॉक्टर अंबेडकर की प्रवृत्ति विध्वंसक नहीं विधायक थी। और इसका श्रेय उनकी महानता विद्यता को था। इनकी विद्यता के सामने विरोधी भी नतमस्तक हुए। भारतीय संविधान के प्रमुख निर्माता की हैसियत से भारत की राजनीतिक एकता की ओर हिंदू कोड बिल के जिसके चार भागों में विभाजित अलग-अलग बिल पास हुए ,प्रस्तावक के रूप में हिंदू, जैन, बौद्ध सब की सांस्कृतिक तथा सामाजिक एकता की बुनियाद सुदृढ़ बनाने में डॉक्टर अंबेडकर का हाथ रहा। आज हम विश्व के इस महान विभूति को की जयंती पर शत शत् नमन् करते हैं। कार्यक्रम में मुख्य रूप से पाहो, ग्राम प्रधान राम सिंह , कमल किशोर, दीपक कुमार, मुकेश कुमार, राजकिशोर एवं बाबूलाल आदि लोग मुख्य रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम में काफी संख्या में क्षेत्रीय लोग एवं गणमान्य लोगों की उपस्थिति मुख्य रूप से थी।