चेन्नई। डेवोन कॉनवे 77 नाबाद और रितुराज गायकवाड (35) की सलामी जोड़ी के बीच 87 रन की बहुमूल्य भागीदारी की बदौलत चेन्नई सुपर किंग्स ने शुक्रवार को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ सात विकेट से आसान जीत दर्ज की। चेपक स्टेडियम पर सनराइजर्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुये सात विकेट पर 134 रन बनाये। 135 रन के बौने लक्ष्य का पीछा करते हुये चेन्नई ने ठोस शुरूआत की और मात्र तीन विकेट खोकर आठ गेंद शेष रहते जीत हासिल कर ली। हैदराबाद के खिलाफ चेन्नई ने खेल के हर विभाग में खुद को बेहतर साबित किया। चुस्त क्षेत्ररक्षण और कसी हुयी गेंदबाजी से उसने हैदराबाद के बल्लेबाजों को खुल कर खेलने का मौका नहीं दिया जबकि बाद में तेज मगर सधी हुयी शुरूआत कर मैच को आसानी से अपने पक्ष में कर लिया।
आज के खेल का मुख्य आकर्षण चेन्नई के गेंदबाज रविन्द्र जडेजा 22 रन पर तीन विकेट और बल्लेबाज डेवोन कॉनवे की धुआंधार पारी रही। कॉनवे ने अपनी नाबाद पारी में 12 चौके और एक छक्का लगाया जबकि दूसरे छोर पर गायकवाड ने सूझबूझ से खेलते हुये उनका भरपूर साथ दिया। हैदराबाद के मयंक मारकंडे 23 रन पर दो विकेट ने मध्यक्रम के दो बल्लेबाजों को सस्ते में आउट कर हालांकि मैच में कुछ देर के लिये रोमांच पैदा किया मगर वह छोटे लक्ष्य को हासिल करने के लिये चेन्नई के बल्लेबाजों को नहीं रोक सके। हैदराबाद के कप्तान एडन मार्कम ने चेन्नई की सलामी जोड़ी को रोकने के लिये अपने सात गेंदबाजों का इस्तेमाल किया मगर हार को टालने की उनकी हर कोशिश नाकाम साबित हुयी।
इस जीत के साथ धोनी की टीम छह मुकाबलों में चार मैच जीत कर अंकतालिका में राजस्थान रायल्स और लखनऊ सुपर जायंट्स के बराबर आठ अंक हासिल कर तीसरे स्थान पर पहुंच चुकी है वहीं सनराइजर्स ने इतने ही मैच में चार अंकों के साथ दिल्ली के बाद निचली पायदान की दूसरी टीम बन चुकी है। इससे पहले सनराइजर्स के अभिषेक और ब्रुक ने तेज शुरूआत करते हुये 4.2 ओवरों में 35 रन जोड़े।
इस बीच आकाश सिंह की गेंद को उड़ाने के प्रयास में ब्रुक के बल्ले का किनारा लेती हुयी गेंद स्लिप में खड़े रितुराज गायकवाड़ के पास गयी और उन्होने उसे लपकने में कोई गलती नहीं की। ब्रुक के बाद क्रीज पर आये त्रिपाठी ने भी रन गति आठ रन प्रति ओवर के आसपास बरकरार रखा। इस साझेदारी को तोड़ने में जडेजा को सफलता मिली जब उन्होने अभिषेक को आंजिक्य रहाणे के हाथों कैच आउट कराया। इसके कुछ देर बाद 12वें ओवर में त्रिपाठी भी जडेजा का शिकार बन कर पवेलियन लौट गये। कप्तान धोनी ने चतुराई से गेंदबाजों का इस्तेमाल करते हुये न सिर्फ रन गति पर नियंत्रण किया बल्कि नियमित अंतराल में विकेट भी मिलते चले गये जिसके चलते सरराइजर्स सात विकेट पर 134 रन ही बना सकी। (वार्ता)