मोहाली। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के कद्दावर नेता एवं पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का मंगलवार रात यहां एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। बादल ने 8.20 बजे आखिरी सांस ली। वह 95 वर्ष के थे। उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने पर लगभग एक हफ्ता पहले यहां फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बादल पांच बार पंजाब के मुख्यमंत्री रहे। बादल की पत्नी सुरिंदर कौर का 75 वर्ष की उम्र में 24 मई 2011 को निधन हो गया था। वह कैंसर से पीड़ित थीं। बादल का जन्म आठ दिसम्बर 1927 को पंजाब के छोटे से गांव अबुल खुराना के जाट सिख परिवार में हुआ था। शिअद अध्यक्ष सुखबीर बादल उनके बेटे हैं। वह पंजाब के उप मुख्यमंत्री रह चुके हैं। बादल की बहू एवं सुखबीर बादल की पत्नी हरसिमरत कौर बादल केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार के पिछले कार्यकाल में मंत्री भी रह चुकी हैं।
बादल ने देश की आजादी के समय 1947 से राजनीति में कदम रखा था। उन्होंने सबसे पहले सरपंच का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। उस समय वह सबसे कम उम्र के सरपंच बने थे। वर्ष 1957 में उन्होंने पहला विधानसभा चुनाव जीता था। वर्ष 1969 में वह दोबारा विधायक बने और 1969-70 में पंचायतीराज, पशु पालन, डेयरी आदि मंत्रालयों के मंत्री रहे। वह 1970-71, 1977-80 और 1997-2002 में तथा इसके बाद एक मार्च 2007 से 2017(दो बार) यानि कुल पांच बार पंजाब के मुख्यमंत्री रहे। वह वर्ष 1972, 1980 और 2002 में विधानसभा में विपक्ष के नेता भी रहे थे। श्री बादल केंद्र में प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई सरकार में सांसद एवं मंत्री भी रहे।
बादल 2022 में विधानसभा का चुनाव हार गए थे। यह उनके राजनीतिक जीवन की पहली हार थी। वह अधिक उम्र के कारण चुनाव लड़ना नहीं चाहते थे, लेकिन बेटे सुखबीर बादल के आग्रह और पंजाब में शिअद की कमजोर स्थिति को देखते हुए वह चुनाव मैदान में उतरे। इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। वर्ष 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ने वाले वह सबसे अधिक उम्र के उम्मीदवार थे। इसके बाद वह राजनीतिक तौर पर निष्क्रय हो गये थे।(वार्ता)