कर्नल आदि शंकर मिश्र,
मैं वोट डालकर आया हूँ,
मैं वोट डाल….
तर्जनी साक्ष्य में दिखा रहा,
मैं वोट डालकर आया हूँ,
का पर्व समझकर
मतदान का फ़र्ज़ निभाया हूँ।
दल बदलू भी प्रत्याशी हैं,
यद्यपि नहीं क्षेत्र के वासी हैं,
थोपा गया जिन्हें जनता पर,
बेमन से उनसे बटन दबाया हूँ,
मैं वोट डालकर आया हूँ, मैं वोट डालकर….
स्नान किया न जल पान किया,
मैंने सबसे पहले मतदान किया,
संविधान का कर्तव्य निभाया हूँ,
भारतीय होने का गौरव पाया हूँ।
मैं वोट डालकर आया हूँ, मैं वोट डालकर…
आज़ादी का अमृत वर्ष चल रहा,
चौथाई सदी का समय बच रहा,
कहाँ थे और अब कहाँ पहुँचे हैं,
आदित्य विश्वगुरू बनके आया हूँ।
मैं वोट डालकर आया हूँ, मैं वोट डालकर…..