सुझोउ। चीनी ताइपे के हाथों मिली करारी शिकस्त के ठीक एक दिन बाद भारतीय टीम सोमवार को सुदीरमन कप के अपने दूसरे मुकाबले में मलेशिया से 5-0 से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गयी। भारत के लिये टाई की शुरुआत करने उतरी ध्रुव कपिला और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी मिश्रित युगल मुकाबले में गोह सून हुआत और शेवन जेमी से 16-21, 17-21 से हार गयी। भारत के अनुभवी शटलर किदांबी श्रीकांत भी पुरुष एकल मैच में दमखम नहीं दिखा सके और ली ज़ी जिया के हाथों 16-21, 11-21 से मात खा गये।
मलेशिया को अजेय बढ़त हासिल करने से रोकने की जिम्मेदारी पीवी सिंधु पर थी। उन्होंने महिला एकल मैच के पहले गेम में गोह जिन वी को 21-14 से हराया, लेकिन मलेशियाई खिलाड़ी ने शानदार वापसी करते हुए अगले दो गेम 21-10, 22-20 से जीत लिये। निर्णायक गेम में सिंधु एक समय पर 2-11 से पीछे थीं। उन्होंने मलेशियाई प्रतिद्वंदी की विशाल बढ़त को खत्म किया लेकिन जीत तक नहीं पहुंच सकीं। सिंधु ने हार के बाद कहा कि यह थोड़ा निराशाजनक है क्योंकि मैं तीसरे गेम में बहुत अधिक अंक से पिछड़ी हुई थी और मैंने वापसी की। मुझे यहां जीतना चाहिए था। उन्होंने कहा कि बहुत करीब आना और उन दो अंकों को खोना, निश्चित रूप से बहुत निराशाजनक है। कुल मिलाकर यह एक अच्छा मैच था, मुझे तीसरे गेम से बढ़त बनाए रखनी चाहिए थी या कम से कम बराबरी करनी चाहिए थी लेकिन मैंने उसे बड़ी बढ़त दी और इससे अंतर आया। ”
टाई के अंतिम दो मैचों में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की पुरुष युगल जोड़ी मलेशिया के आरोन चिया और सोह वू यिक से 18-21, 19-21 से हार गयी। टैन पर्ली और थिनाह मुरलीधरन ने त्रिशा जॉली और गायत्री गोपीचंद को 21-15, 21-13 से हरा दिया। पहली बार 1991 में सुदीरमन कप में हिस्सा लेने के बाद से भारत 16 बार यह टूर्नामेंट खेल चुका है। उसे अब भी सुदीरमन कप जीतने का इंतजार है, जबकि उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2011 और 2017 में आया था जब उसने क्वार्टरफाइनल में जगह बनायी थी। ग्रुप-सी में भारत का अंतिम मुकाबला बुधवार को ऑस्ट्रेलिया से होगा।(वार्ता)