यह कटु सत्य है कि अपने स्वार्थ में
बिना रिश्ते के रिश्ता बन जाता है,
और जरूरत नहीं, तो बना बनाया
रिश्ता भी बोझ सा लगने लगता है।
भरोसा इंसान का स्वभाव होता है,
परंतु यह दुनिया बड़ी अजीब है,
कोई भरोसा पाने के लिए रोता है,
और कोई भरोसा करके रोता है।
जीवन जीना जिसको आ जाता है,
वह सुविधाविहीन भी खुश रहता है,
जिसे जीना नहीं आता, सुविधाओं
के होते हुए भी दु:खी ही रहता है।
जीवन कोई वाद्य यंत्र नहीं होता है,
कि मन पसंद के गीत सुन सकते हैं,
जीवन एक कथानक है, जिसमें जो
आ जाये उससे मनोरंजन करते हैं।
आदित्य जीवन की राह में ख़ुद से
बड़ा कोई भी हमराही नहीं होता है,
अनुभव से बड़ा पाठ नहीं होता है,
मानवता से बड़ा धर्म नहीं होता है।