उमेश तिवारी
दक्षिणी इजरायल और मिस्र की सीमा पर शनिवार ( तीन जून) को आधी रात पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में तीन इजरायली सैनिक मारे गए। इजरायली सेना के प्रवक्ता ने इस घटना की पुष्टि की है। सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल रिचर्ड हेचट ने कहा कि जब सैनिकों ने सीमा पार नशीली दवाओं की तस्करी के प्रयास को विफल कर दिया तब लड़ाई शुरू हुई। सेना के प्रवक्ता ने बताया कि घंटेभर चली मुठभेड़ में पहले दो इजरायली सैनिक मारे गए। इस बारे में सेना को तब पता चला जब उसके रेडियो संचार का कोई जवाब नहीं मिला। प्रवक्ता के अनुसार सैनिकों के जो शव मिले हैं, उनमें उन्हें गोली लगी हुई है। हेचट ने कहा कि हत्याएं नशीली दवाओं की तस्करी के प्रयास से जुड़ी हुई प्रतीत होती हैं।
एक दशक बाद सीमा पर तनाव
सेना ने कहा कि मिस्र के पुलिस अधिकारी दूसरी बार हुई गोलीबारी में मारे गए, जिसमें एक तीसरा इजरायली सैनिक मारा गया। हेचट ने कहा कि मिस्र की सेना के पूर्ण सहयोग से जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि सेना अन्य संभावित हमलावरों की तलाश कर रही है। सेना के प्रवक्ता ने कहा कि करीब एक दशक बाद इजरायल-मिस्र सीमा पर इस तरह की मुठभेड़ देखने को मिली है। सेना ने कहा कि मारे गए सैनिकों में एक महिला भी है। लेफ्टिनेंट कर्नल रिचर्ड हेचट ने कहा कि अपराधी कभी-कभी सीमा पार ड्रग्स की तस्करी करते हैं, जबकि इस्लामिक आतंकवादी समूह मिस्र के अशांत उत्तरी सिनाई में भी सक्रिय हैं।
शांति समझौते को मानते हैं दोनों देश
गौरतलब है कि इजरायल और मिस्र ने 1979 में एक शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इसके बाद से सीमा पर हमेशा शांति देखने को मिली। इस तरह की मुठभेड़ होना यहां दुर्लभ है। दोनों देशों के बीच संबंधों का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इजरायल ने एक दशक पहले झरझरा सीमा के साथ एक बाड़ का निर्माण किया था ताकि मिस्र के सिनाई रेगिस्तान में सक्रिय अफ्रीकी प्रवासियों और इस्लामी आतंकवादियों के प्रवेश को रोका जा सके।