- ओयो 2024 के शुरुआत में राम मंदिर के उद्घाटन तक अयोध्या में 1000 होटल रूम जोड़ेगा
- 2022 में 2.20 करोड़ से अधिक पर्यटक अयोध्या पहुंचे थे
लखनऊ। ग्लोबल हॉस्पिटैलिटी टेक्नोलॉजी कंपनी ओयो ने अगले साल की शुरुआत में राम मंदिर के उद्घाटन तक अयोध्या में बुकिंग के लिए 1000 कमरे उपलब्ध कराने की योजना बनायी है। इससे पहले ओयो ने अयोध्या में 50 होटल और होमस्टे जोड़ने की घोषणा की थी लेकिन नए लक्ष्य को पूरा करने के लिए अब इनकी संख्या बढ़ाने की दिशा में तेज़ी से काम शुरू हो गया है। यात्रियों की सुविधा के लिए ओयो अयोध्या के प्रमुख स्थानों के करीब स्थित होटलों का चुनाव कर रहा है जो इस धार्मिक नगरी में उनके अनुभव को स्मरणीय बनाने में सहायक बने।
ओयो अयोध्या में अपनी विस्तार योजनाओं के लिए अयोध्या विकास प्राधिकरण और उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम के साथ साझेदारी कर रहा है। ओयो बुकिंग आंकड़ों के अनुसार कुल ग्राहकों में कॉरपोरेट और छोटे कारोबारियों की 40% , पारिवारिक कारणों से यात्रा करने वालो की 25% , तीर्थयात्रियों की 20% हिस्सेदारी है। इसके अलावा 15% ग्राहक किसी कार्यक्रम में भागीदारी के लिए सफर करने वाले होते हैं।
ओयो भारत में अपनी विस्तार योजनाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अयोध्या जैसे धार्मिक कोर्रिडोर्स पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। ओयो की कल्चरल ट्रैवल 2022 राउंड-अप रिपोर्ट में इस बात को प्रमुखता से सामने रखा गया है कि भारत में पर्यटन को वापस पटरी पर लाने में आध्यात्मिक यात्राओं का महत्वपूर्ण योगदान है। ओयो को उम्मीद है कि राम मंदिर के उद्घाटन के बाद इस शहर में धार्मिक सैलानियों की संख्या तेज़ी से बढ़ेगी।
पिछले कुछ सालों से अयोध्या में पर्यटकों का आगमन लगातार बढ़ रहा है और शहर का भी कायाकल्प हो रहा है । 2017 में लगभग करीब डेढ़ करोड़ पर्यटकों ने अयोध्या का दौरा किया था जबकि 2019 में यह आंकड़ा 2 करोड़ पार कर गया था। महामारी के दौरान संख्या में गिरावट आई लेकिन 2022 में फिर से उछाल आया जब 2.20 करोड़ से अधिक पर्यटकों ने अयोध्या का दौरा किया। सरकार को उम्मीद है कि राम मंदिर का निर्माण और विकास कार्य पूरा होने के बाद, 2024 तक अयोध्या में पर्यटन दस गुना तक बढ़ जाएगा। अयोध्या के कायाकल्प और उसे वेटिकन सिटी जैसे वैश्विक महत्व का आध्यात्मिक केंद्र बनाने के लिए लगभग 30,000 करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे हैं।
जनवरी से सितंबर 2022 तक के आंकड़ों के अनुसार ओयो प्लेटफॉर्म पर मौजूद होटलों की कमाई उसी आकार के दूसरे बजट होटलों की तुलना में तीन महीने के अंदर दोगुनी हो गयी। ओयो 360, एक सेल्फ-ऑनबोर्डिंग टूल, होटल मालिकों को अपने प्लेटफॉर्म पर एनरोल करने के लिए, एक आसान टू-क्लिक प्लेटफॉर्म प्रदान करता है और ग्रोथ बेनिफिट्स, पार्टनरशिप बेनिफिट्स और ओयो नेटवर्क बेनिफिट्स जैसे तीन प्रकार के लाभ प्रदान करता है।
ओयो के चीफ मर्चेंट ऑफिसर अनुज तेजपाल ने अयोध्या में अपनी विस्तार योजनाओं के बारे में अधिक जानकारी शेयर करते हुए कहा, “भारत में प्रमुख धार्मिक कॉरिडोर्स में ओयो के विस्तार की हमारी योजनाओं में अयोध्या सबसे प्रमुख आध्यात्मिक शहर है। हमने सरकार के साथ कई विस्तृत चर्चाओं के बाद उनकी प्रमुख जरूरतों और चिंताओं को समझते हुए अयोध्या के लिए एक प्रभावशाली विस्तार योजना बनाई है। हमने होटल और होमस्टे को ओयो प्लेटफॉर्म पर तेज़ी से जोड़ना शुरू कर दिया है और स्थानीय होटल मालिकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया हमें इस दिशा में उत्साह से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर रही है।”
उत्तर प्रदेश के हब हेड दसमीत सिंह ने कहा, “ओयो अयोध्या में स्थानीय होटल व्यवसायियों के साथ मजबूत साझेदारी को बढ़ाने देने के लिए प्रतिबद्ध है, जो यहां के हॉस्पिटैलिटी सेक्टर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। हम इस विस्तार योजना के साथ स्थानीय अर्थव्यवस्था की मजबूती और स्थानीय होटल मालिकों की आमदनी बढ़ाने के लिए कटिबद्ध हैं।
नेशनल सैंपल सर्वे ऑफिस (NSSO) के आंकड़े बताते हैं कि भारत में टेम्पल इकॉनमी तेजी से आगे बढ़ रही है। इसका कुल आकार करीब 3.02 लाख करोड़ रुपए है जो GDP का 2.32 फीसदी है। NSSO के आंकड़ों के मुताबिक 55 प्रतिशत हिंदू धार्मिक यात्राओं के दौरान छोटे होटलों में रुकते हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 36 प्रतिशत से अधिक मुस्लिम, 35 प्रतिशत ईसाई और 72 प्रतिशत सिखों के 2022 से 2027 तक धार्मिक पर्यटन करने की संभावना है। कुल मिलाकर रिपोर्ट का निष्कर्ष यह निकलता है कि भारतीय, बिज़नेस ट्रिप्स की तुलना में अधिक तीर्थ यात्राएं करते हैं और शिक्षा के उद्देश्य से ट्रेवल करने की तुलना में तीर्थ यात्रा पर अधिक खर्च करते हैं।