उमेश तिवारी
काठमांडू / नेपाल । भारत के दौरे से लौटे नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहाल प्रचंड अपने एक समझौते को लेकर विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं। नेपाल और भारत ने एक समझौता किया है जिसके तहत नई दिल्ली अब काठमांडू को 15 मुर्रा नस्ल के भैंसे देगा। मुर्रा नस्ल की भैंसे ज्यादा दूध देती हैं। नेपाल इन्हें अपने यहां की भैंस की नस्ल को सुधारने के लिए भारत से आयात कर रहा है। भारत और नेपाल के बीच नर मुर्रा भैंस की डील पर नेपाली संसद में सोमवार को जमकर हंगामा हुआ है। विपक्ष ने तो यहां तक कह दिया कि प्रचंड भारत से भैंस पर बैठकर वापस आए हैं। पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भी इसको लेकर पीएम प्रचंड पर निशाना साधा।
नेपाल में संसद की कार्यवाही शुरू होने के बाद राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के नेता सिसिर खनाल ने प्रचंड और पीएम मोदी के बीच भैंसों को लेकर हुई डील का मजाक उड़ाया। खनाल ने कहा कि पीएम प्रचंड भैंस पर बैठकर भारत से वापस लौटे हैं। उन्होंने कहा, ‘हम चाहते थे कि हमारे प्रधानमंत्री हाल ही में उद्घाटन हुए पोखरा एयरपोर्ट पर उतरेंगे लेकिन दुर्भाग्य से वह भैंस पर बैठकर वापस लौटे हैं। दरअसल पोखरा स्थित इंटरनेशनल एयरपोर्ट को चीन ने बनाया है। भारत सरकार के विरोध के बाद भी ओली सरकार ने यह डील ड्रैगन को दे दी थी। भारत ने इस एयरपोर्ट के लिए अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों को रास्ता नहीं दिया है।
खनाल के इस विवादित बयान पर प्रचंड की पार्टी सीपीएन माओवादी सेंटर के नेता हितराज पांडे ने कड़ा विरोध दर्ज कराया। पांडे ने खनाल के विवादित बयान को संसद की कार्यवाही से हटाने के लिए स्पीकर से अनुरोध किया। इसके बाद प्रचंड की पार्टी के अन्य सांसद भी भड़क गए और उन्होंने इस भैंस के बयान को हटाने के लिए कहा। इस विरोध और समर्थन के बीच स्पीकर ने पीएम प्रचंड को अपनी बात रखने और भारत यात्रा को लेकर पूछे गए अन्य सवालों का जवाब देने के लिए कहा। इसके बाद भी विपक्षी दल संसद के अंदर ही हंगामा करते रहे। इसके बाद प्रचंड ने भैंसों के भारत से आयात करने पर स्थिति को साफ किया।
नेपाली प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत से 15 मुर्रा भैंसों का आयात ब्रीडिंग के उद्देश्य से किया जा रहा है। प्रचंड ने कहा कि नेपाल इसके लिए पिछले 7 साल से भारत से गुहार लगा रहा था लेकिन अब जाकर यह समझौता हो पाया है। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री और चीन के इशारे पर चलने वाले केपी शर्मा ओली ने भी इस मुद्दे को लेकर प्रचंड पर निशाना साधा। ओली ने कहा कि पीएम प्रचंड की भारत यात्रा से कोई भी उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल नहीं हुई। उन्होंने कहा कि प्रचंड की भारत यात्रा असफल और अस्तव्यस्त साबित हुई। ओली ने कहा कि केवल एकमात्र उपलब्धि जिसका जिक्र किया जा सकता है कि भारत सरकार 12 भैंस देने के लिए तैयार हो गई है।