चेन्नई। तमिलनाडु के टेक्सटाइल शहर कोयंबटूर की पहली महिला बस चालक ने द्रमुक की लोकसभा सांसद कनिमोझी के साथ बस में यात्रा करने के तुरंत बाद किसी से अनबन के कारण शुक्रवार को अपनी नौकरी छोड़ दी। बस ड्राइवर एम. शर्मिला ने अपनी नौकरी तब छोड़ दी जब निजी परिवहन कंपनी प्रबंधन ने दावा किया कि वह प्रचार के लिए और मीडिया की सुर्खियों में रहने के लिए हाई-प्रोफाइल हस्तियों को आमंत्रित कर रही है। शर्मिला ने अपना इस्तीफा देने के बाद कहा कि प्रबंधन का यह आरोप है कि मैंने अपनी लोकप्रियता बढ़ाने के लिए सुश्री कनिमोझी को अपनी बस में यात्रा करने के लिए आमंत्रित किया जो कि मेरे लिए अस्वीकार्य और असहनीय है। मैं (इस नौकरी के लिए) सुबह से कई घंटे मेहनत करती हूं।
गौरतलब है कि एक सप्ताह पहले भी भाजपा विधायक वनती श्रीनिवासन ने भी सुश्री शर्मिला के साथ यात्रा की थी। ऐसा कहा जाता है कि यह झगड़ा गांधीपुरम से सोमानूर जाने वाली बस में कंडक्टर द्वारा सुश्री कनिमोझी और उनके कर्मचारियों के लिए टिकट जारी करने पर हुई। कथित तौर पर कंडक्टर को अभद्र व्यवहार के लिए डांटने के बाद शर्मिला ने कंपनी मैनेजर के पास शिकायत दर्ज कराई थी। प्रबंधन ने हालांकि कथित तौर पर यह रुख अपनाया था कि वह मीडिया की सुर्खियों में आने के लिए हाई-प्रोफाइल हस्तियों को आमंत्रित कर रही है और शायद कुछ दिन पहले एक महिला कंडक्टर की नियुक्ति उन्हें पसंद नहीं आई थी।
ट्रांसपोर्ट कंपनी के मैनेजर रघु का कहना है कि शर्मीला को लगा कि महिला कंडक्टर की नियुक्ति के बाद उनकी लोकप्रियता कम हो रही है। रघु ने कहा कि सुश्री शर्मिला ‘परेशान’ थीं और उन्होंने नौकरी छोड़ने के इरादे से बुधवार और गुरुवार को काम पर नहीं आई, लेकिन शुक्रवार को काम के इरादे से आयी थीं। रघु का कहना है, कि सुश्री शर्मिला पद छोड़ने के लिए सही समय की तलाश में थीं और जब सुश्री कनिमोझी उनसे मिलने आईं तो उन्होंने अवसर का उपयोग किया। परेशान शर्मिला ने सुश्री कनिमोझी से नौकरी हासिल करने में मदद करने की अपील की है। (वार्ता)