- कांग्रेस नेताओं का ज्ञान कहां था इमरजेन्सी लगाने के समय
- इमरजेन्सी में जनता के अधिकारों का किया गया था हनन
- प्रधानमंत्री को मिला सम्मान दुनिया में भारत की बढ़ती प्रतिष्ठा का प्रमाण
- जनता के पैसे का बंदरबांट करनेवालों का खुलासा कर रही है मोदी सरकार
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने आपातकाल लगाने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग आज लोकतंत्र का पाठ पढ़ा रहे हैं उन्ही लोगों ने आज के दिन लोकतंत्र का गला दबाया था। आपातकाल की वर्षगांठ पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता दुनिया के विभिन्न भागों में घूम घूमकर लोकतंत्र के खतरे में होने की बात करके देश को बदनाम करते हैं ।उन्होंने प्रश्न किया कि उनका ज्ञान उस समय कहां चला गया था जब 25 जून को इमर्जेंसी लगाई गई थी और जनता के अधिकारों का हनन किया गया था। बिना कसूर के लोगों को जेल में डाल दिया गया था।
डॉ.शर्मा ने कहा जो लोग आज लोकतंत्र को खतरे में बताते हैं वे अपनी बात को इस प्रकार से न कह पाते यदि लोकतंत्र खतरे में होता। वास्तव में इन्दिरा गांधी ने आपातकाल लगाकर लोकतंत्र का गला घोंट दिया था।इसके विपरीत मोदी सरकार का लोकतत्र में पूरा विश्वास है। डॉ. शर्मा ने कहा कि जिन लोगों ने जनता के पैसे की बंदरबांट करने की कोशिश की या कालाधन इकट्ठा किया , मोदी सरकार केवल उन्ही के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर रही है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिस्र के सर्वोच्च राजकीय सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द नाइल’ से विभूषित होने पर बधाई देते हुए कहा कि यह सभी भारतवासियों के लिए गर्व का विषय है। प्रधानमंत्री को मिला सम्मान दुनिया में भारत की बढ़ती प्रतिष्ठा का प्रमाण है। आज सारी दुनिया भारत की ओर बड़ी उम्मीद से देख रही है। पटना की विरोधी दलों की बैठक पर डॉ. शर्मा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में मोदी और भाजपा को हराने के मंसूबे सफल नही होंगे।वास्तवमें इस बैठक में शामिल दल इसके बहाने से अपने दल को तो मजबूत करना चाहते हैं किंतु दूसरे दल को कुछ नही देना चाहते हैं। आप पार्टी इस बैठक के माध्यम से कांग्रेस का समर्थन तो चाहती है पर दिल्ली या पंजाब में कांग्रेस को कुछ देना नही चाहती है।यह बैठक स्वार्थी सत्ता लोलुप लोगों भ्रष्टाचार कराओ मंच का जमावड़ा था। उन्होंने कहा बीजेपी इस बार उत्तर प्रदेश में सभी 80 सीटें जीतेगी।