शाश्वत तिवारी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी के बीच राजनीतिक एवं सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने पर हुई व्यापक बातचीत के बाद रविवार को भारत और मिस्र ने अपने संबंधों को नयी गति प्रदान करते हुए इन्हें ‘रणनीतिक साझेदारी’ तक बढ़ा दिया। मिस्र के राष्ट्रपति के निमंत्रण पर देश की राजकीय यात्रा करने वाले मोदी ने अल-सीसी के साथ आमने-सामने की बातचीत की और इस दौरान उन्होंने क्षेत्र तथा विश्व में हो रहे महत्वपूर्ण घटनाक्रमों की समीक्षा की। यह 26 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की मिस्र की पहली द्विपक्षीय यात्रा है। अल-सीसी ने पीएम मोदी को मिस्र के सर्वोच्च सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द नाइल’ से भी सम्मानित किया, जो विभिन्न देशों की ओर से प्रधानमंत्री को प्रदान किया गया 13वां सर्वोच्च राजकीय सम्मान है।
मोदी और अल-सीसी ने राजनीतिक एवं सुरक्षा सहयोग, रक्षा सहयोग, व्यापार और निवेश संबंधों, वैज्ञानिक और शैक्षणिक आदान-प्रदान तथा दोनों देशों की जनता के स्तर पर संपर्क को मजबूत करने के लिए व्यापक बातचीत के बाद रणनीतिक साझेदारी दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए। विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने मुताबिक रणनीतिक साझेदारी पर समझौते के अलावा, दोनों देशों ने कृषि और संबद्ध क्षेत्रों, स्मारकों और पुरातात्विक स्थलों की सुरक्षा एवं संरक्षण तथा प्रतिस्पर्धा कानून पर तीन अन्य समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए।
दोनों नेताओं के बीच बैठक में काहिरा और नयी दिल्ली के बीच सीधी उड़ानों के माध्यम से पर्यटन और संस्कृति के अलावा कई क्षेत्रों, मुख्य रूप से संचार और सूचना प्रौद्योगिकी, औषधि उद्योग, टीके, उच्च शिक्षा, हरित हाइड्रोजन सहित नवीकरणीय ऊर्जा में द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा हुई।