नई दिल्ली। मणिपुर में मौजूदा संकट के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार को जिम्मेदार ठहरा रही कांग्रेस ने गुरुवार को दावा किया कि उनके पार्टी नेता राहुल गांधी के काफिले को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के आदेश पर पूर्वोत्तर राज्य के बिष्णुपुर के पास पुलिस ने रोक दिया। गांधी मणिपुर में चुराचांदपुर और बिष्णुपुर जिलों में राहत शिविरों में प्रभावित परिवारों से मिलने के लिए हिंसा प्रभावित राज्य की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट किया कि मणिपुर में राहुल गांधी के काफिले को पुलिस ने बिष्णुपुर के पास रोक दिया है। वह राहत शिविरों में पीड़ित लोगों से मिलने और संघर्षग्रस्त राज्य में राहत पहुंचाने के लिए वहां जा रहे हैं।
भाजपा की ‘डबल इंजन’ सरकार पर कटाक्ष करते हुए खड़गे ने आगे कहा कि मोदी ने मणिपुर पर अपनी चुप्पी तोड़ने की जहमत नहीं उठायी है। उन्होंने राज्य को अपने हाल पर छोड़ दिया है। अब उनका डबल इंजन विनाशकारी है। केंद्र और राज्य की सरकारें गांधी को वहां पहुंचने से रोककने के लिए निरंकुश तरीके अपना रही है। यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है और सभी संवैधानिक और लोकतांत्रिक मानदंडों को तोड़ता है। उन्होंने जोर दिया कि मणिपुर को शांति की जरूरत है, टकराव की नहीं। गांधी के साथ गए वरिष्ठ कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि शुरुआत में हमें अनुमति देने के बाद राहुल गांधी के नेतृत्व में हमारे काफिले को मणिपुर के मुख्यमंत्री के आदेश पर बिष्णुपुर के पास रोक दिया गया था। इस तरह के कदम दुर्भाग्यपूर्ण हैं और लोकतंत्र में इसकी कोई जगह नहीं है।
वेणुगोपाल ने कहा कि ऐसे समय में जब मणिपुर के पीड़ित पीड़ित हैं, राहुल शांति और सद्भाव का संदेश देने के लिए वहां हैं।उन्होंने कहा कि मणिपुर को आज एक उपचारात्मक स्पर्श की जरूरत है, न कि और अधिक कटुता की। पूरे प्रदेश में यात्रा करना, उन लोगों के साथ बातचीत करना, जिन्होंने इतना कष्ट झेला है, और समुदायों के बीच पुल बनाना हमारा संवैधानिक अधिकार है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर लिखा कि ‘शांति और सद्भाव के लिए प्रयास करना और काम करना हर देशभक्त का कर्तव्य है। राहुल गांधी मणिपुर में लोगों का दर्द बांटने और शांति का संदेश देने गये हैं। भाजपा सरकार को भी यही काम करना चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि ‘सरकार राहुल गांधी को वहां जाने से क्यों रोकना चाहती है।
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने ट्वीट किया कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि मोदी सरकार राहुल गांधी को राहत शिविरों का दौरा करने और इंफाल के बाहर लोगों से बातचीत करने से रोक रही है। मणिपुर की उनकी दो दिवसीय यात्रा भारत जोड़ो यात्रा की भावना के अनुरूप है। प्रधानमंत्री अपने लिए चुप रहना या निष्क्रिय रहना चुन सकते हैं, लेकिन मणिपुरी समाज के सभी वर्गों को सुनने और उपचारात्मक स्पर्श प्रदान करने के राहुल गांधी के प्रयासों को क्यों रोका जाये। इस बीच गांधी ने अपने ट्वीट में कहा कि मैं मणिपुर के अपने सभी भाइयों और बहनों को सुनने आया हूं। सभी समुदायों के लोग बहुत स्वागत और प्यार कर रहे हैं। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार मुझे रोक रही है। राज्य को उपचार की जरूरत है। शांति हमारी एकमात्र प्राथमिकता होनी चाहिए। (वार्ता)