उमेश तिवारी
काठमांडू। नेपाल के उप प्रधानमंत्री नारायण काजी श्रेष्ठ ने चीन यात्रा से लौटने के बाद देश में बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) लागू करने में दिलचस्पी दिखाई है। रविवार को अपने चीन दौरे से लौटे उप प्रधानमंत्री श्रेष्ठ ने कहा कि चीन BRI के कार्यान्वयन में रुचि रखता है। उन्होंने कहा कि चूंकि 2017 में BRI पर समझौता हुआ था, इसलिए एक तौर-तरीका बनाकर इसकी कार्यान्वयन प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जाएगा। श्रेष्ठ ने विश्वास जताया कि BRI समझौते से नेपाल को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि उनकी यात्रा के दौरान चीनी निवेश बढ़ाने पर भी चर्चा हुई। उप प्रधानमंत्री श्रेष्ठ का ताजा बयान तब आया है, जब चीन कह रहा है कि नेपाल में BRI लागू हो चुका है। समझौते के छह साल बाद भी नेपाल कहता रहा है कि वह BRI प्रोजेक्ट के तहत कर्ज नहीं ले सकता। श्रेष्ठ ने कहा कि उन्होंने चीन के साथ और अधिक व्यापार चैनल खोलने पर चर्चा की है। उन्होंने कहा कि चीन नेपाल-चीन सीमा पर आवाजाही को
सुविधाजनक बनाने को लेकर सकारात्मक है। चीन ने कोविड-19 की महामारी के बाद नेपाल के साथ अपनी सीमाएं बंद कर दीं। 2023 से रसुवा और तातोपानी वाली क्रॉसिंग खोल दी गई, लेकिन अन्य क्रॉसिंग नहीं खोली गईं। क्रॉसिंग केवल माल के परिवहन के लिए खोले हैं। नेपाल के उप प्रधानमंत्री श्रेष्ठ ने कहा कि उन्होंने चीन के चेह्ंदू से पोखरा और भैरहवा के लिए कमर्शियल उड़ानें शुरू करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि सिंचुआन एयरलाइंस पोखरा के लिए उड़ान भरने के लिए तैयार है। जून में सिचुआन एयरलाइंस ने पोखरा में अपनी पहली चार्टर्ड उड़ान भरी थी। पोखरा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा चीन के ऋण से बनाया गया था। भैरहवा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण एक चीनी कंपनी ने किया था। इन दोनों हवाईअड्डों पर अब तक अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें नियमित नहीं की गई हैं।