उमेश तिवारी
महराजगंज। चार बच्चों संग नेपाल सीमा से गौतमबुद्ध नगर तक पहुंचने और 50 दिन तक बेखौफ रहकर पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर ने सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल कर दी है। नेपाल सीमा से लेकर यमुना एक्सप्रेसवे और रबूपुरा में रहने के दौरान सुरक्षा एजेंसी, खुफिया विभाग और पुलिस किसी को भी इसकी भनक नहीं लगी। पिछले साल अवैध रूप से रहने वाले चीनी नागरिक भी नेपाल सीमा से गौतमबुद्ध नगर में आकर करोड़ों का फर्जीवाड़ा करने में कामयाब हुए थे। सीमा की गिरफ्तारी के बाद अब गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट पुलिस इस पर मंथन करने लगी है। तीन नवंबर 2014 भारत-नेपाल मैत्री बस सेवा की शुरूआत हुई थी। दिल्ली से नेपाल के काठमांडू तक रोजाना बस जाती और वहां से वापस आती है। बस यमुना एक्सप्रेसवे और लखनऊ एक्सप्रेस से होकर नेपाल जाती है। सीमा हवाई जहाज से नेपाल तक आई। इसके बाद इसी बस से यमुना एक्सप्रेसवे के रास्ते रबूपुरा पहुंची। जबकि यमुना एक्सप्रेसवे पर गौतमबुद्ध नगर, मथुरा और आगरा पुलिस कड़ी सुरक्षा का दावा करती है। वहीं, नेपाल से बस में आने के दौरान सीमा पर भी चेकिंग व सुरक्षा को भी सीमा ने धता बता दिया है। इसके अलावा रबूपुरा आकर रहने के दौरान एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने पर भी पुलिस व खुफिया विभाग को इसकी भनक नहीं लगी।
पिछले वर्ष 11 जून को नेपाल बार्डर पर बिहार के सीतामढ़ी से एसएसबी (सीमा सुरक्षा बल) ने दो चीनी नागरिक लु लैंग और यूं हेलंग को बिना वीजा के गिरफ्तार किया था। अभी एक सप्ताह पूर्व विहार बार्डर पर एक और उज्बेकिस्तानी नागरिक खलील मुखतोरोव और दिल्ली निवासी उसका चालक मोहम्मद आरिस नेपाल से भारत में घुसपैठ करते पकड़ा गया।आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि ग्रेटर नोएडा के घरबरा गांव स्थित चीनी नागरिकों के अवैध शराब के अड्डे व जेपी ग्रींस सोसाइटी में रहे थे। इसके बाद बीटा-2 थाना पुलिस ने जू फाई और उसकी महिला मित्र को गुरुग्राम के होटल से गिरफ्तार किया। आरोपी गेमिंग एप, ट्रेडिंग और लोन एप के जरिये देश के हजारों लोगों से करोड़ों की ठगी कर चुके थे।
चेकिंग में खुद को भारतीय नागरिक और छोटी बेटी को बीमार बताया
एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी है कि बस में जब नेपाल सीमा पर सुरक्षाकर्मी चेकिंग कर रहे थे तो सीमा ने खुद को भारतीय बताया था। अधिक पूछताछ और जांच करने पर सीमा ने अपनी छोटी बेटी को बीमार बता दिया। इस पर सुरक्षाकर्मियों ने उससे अधिक पूछताछ व पड़ताल नहीं की। इसके चलते व आसानी से भारत सीमा में प्रवेश करने में कामयाब हो गई। बताते चलें कि जब भी कोई पाकिस्तानी नागरिक पाकिस्तान से हवाई मार्ग से नेपाल आता है तो वह अपनी पहचान वहीं छिपा देता है और कश्मीरी बन कर भारत में आसानी से प्रवेश कर जाता है। बीते सालों में ऐसे कई दर्जन पाकिस्तानी सीमा पर पुलिस तथा सुरक्षा एजेंसियों द्वारा पकड़े जा चुके हैं।
मोबाइल से डिलिट किया डाटा
पड़ोसियों ने जानकारी दी सीमा के पास से कई स्मार्ट मोबाइल फोन थे। पुलिस ने फोन बरामद कर लिए हैं। इनमें अधिकांश डाटा डिलिट किया जा चुका है। जांच एजेंसियां डाटा जुटाने का प्रयास कर रही हैं। हालांकि पुलिस को सीमा ने बताया कि पाकिस्तान से आने के दौरान सीमा वहां से रिश्ता खत्म कर आई थी।,,इस संबंध में डीसीपी ग्रेटर नोएडा जोन साद मियां खान का कहना है कि नेपाल सीमा से इस तरह पाकिस्तान की महिला के क्षेत्र में आने की घटना के बाद इस बात पर मंथन किया जा रहा है कि आगे इस तरह की कोई घटना न हो। उच्चाधिकारियों से विचार विमर्श कर नेपाल सीमा पर सुरक्षा एजेेंसियों से संपर्क कर व यमुना एक्सप्रेसवे से गुजरने के दौरान नेपाल आने जाने वाली बस की चेकिंग आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाएगा। वहीं अपर पुलिस कमिश्नर कानून व्यवस्था आनन्द कुलकर्णी का कहना है कि नेपाल भारत का मित्र देश है और इसकी सीमा काफी बड़ी और खुली है। भारत आने वाले लोगों की वहां चेकिंग होती है। इसके बावजूद पाकिस्तानी महिला यहां आ गई। इसके चलते जांच पड़ताल के बाद उच्चाधिकारियों और संबंधित एजेंसियों को रिपोर्ट भेजकर चेकिंग बढ़ाने की मांग की जाएगी।