डॉ दिलीप अग्निहोत्री
नरेंद्र मोदी गोरखपुर यात्रा के दौरान विरासत और विकास दोनों का संदेश दिया। गोरखपुर से वाया अयोध्या, लखनऊ तक चलने वाली सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। गोरखपुर रेलवे स्टेशन के कायाकल्प वाली पुनर्विकास परियोजना का भी शिलान्यास किया। जोधपुर अहमदाबाद साबरमती वंदे भारत एक्सप्रेस का शुभारंभ किया। गोरखपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन पुनर्विकास परियोजना स्टेशन को सिटी सेंटर के रूप में विकसित करेगी। अत्याधुनिकता के साथ स्टेशन स्थानीय विरासत प्रतीकों का भी प्रतिनिधि होगा। नए स्टेशन भवन में गोरखनाथ मंदिर और गीता प्रेस की झलक भी दिखेगी।
गीता प्रेस शताब्दी समारोह में विरासत के प्रति उनका सम्मान दिखाई दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाली समिति ने सर्व सम्मति से गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार के लिए चयनित किया था। कांग्रेस ने गीता प्रेस को सम्मान देने का विरोध किया था। नरेंद्र मोदी ने यहां विचार का गौरव के साथ उल्लेख किया उन्होंने गीता प्रेस शताब्दी समारोह को संबोधित किया।कहा गीता प्रेस ट्रस्ट नहीं जीवन की आस्था है। जहां गीताहै वहां कृष्ण हैं। जहां कृष्ण हैं, वहां करुणा और कर्म है। सब कुछ वासुदेव से है, सब कुछ वासुदेव में हैं। गीता प्रेस भारत को जोड़ती है। हमारा सौभाग्य है कि हम इस अवसर के साक्षी बन रहे हैं। गीता प्रेस ट्रस्ट संतों की कर्मस्थली रही है।
गीता प्रेस का कार्यालय किसी मंदिर से कम नहीं। हमारी सरकार ने गांधी शांति सम्मान दिया है। नरेंद्र मोदी ने हिंदी और नेपाली में महाशिवपुराण पुस्तक का विमोचन किया। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज नए भारत में समग्र विकास की अवधारणा दिख रही है। आस्था व विरासत को नई पहचान मिली है। गीता प्रेस शताब्दी वर्ष मना रहा है। गीता प्रेस ने देश की मूल आत्मा को जागृत करने का काम किया है। यह संस्था सनातन धर्म को पुस्तक के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाने का काम कर रहा है। पूरा समाज व सरकार आपके साथ है।