डॉ दिलीप अग्निहोत्री
सुशासन विकास और सुदृढ़ कानून व्यवस्था से उत्तर प्रदेश की सकारत्मक छवि का निर्माण हुआ है। इनमें प्रदेश के वह इलाके भी शामिल हैं जो अराजकता के लिए चर्चित हुआ करते थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि छह वर्ष पूर्व जनपद शामली तथा मऊ की पहचान दूसरे रूप में थी। जनपद मऊ में लोग माफिया से भयभीत होते थे। जनपद शामली पलायन के लिए जाना जाता था। इन दोनों जनपदों में मेडिकल कॉलेज की कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था।
वर्तमान सरकार इस सपने को साकार कर रही है। एक जनपद एक मेडिकल कालेज अभियान में मऊ और शामली का नाम भी जुड़ गया। मुख्यमंत्री की उपस्थिति में मिशन निरामयाः के तहत क्वॉलिटी काउंसिल ऑफ इण्डिया द्वारा नर्सिंग एवं पैरामेडिकल संस्थानों की रेटिंग एवं मऊ तथा शामली में निजी मेडिकल कॉलेजों की स्थापना हेतु अनुबन्ध किया गया। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि छह वर्ष पूर्व प्रदेश में मात्र बारह मेडिकल कॉलेज थे। आज उत्तर प्रदेश के पैंतालीस में सरकारी मेडिकल कॉलेज संचालित हैं।
सोलह असेवित जनपदों में मेडिकल कॉलेज का निर्माण किया जा रहा है, इनमें चौदह सरकारी तथा दो मेडिकल कॉलेजों का निर्माण पीपीपी मोड पर किया जा रहा है। पहले प्रदेश में नर्सिंग व पैरामेडिकल का क्षेत्र उपेक्षित था। इनमें इंफ्रास्ट्रक्चर तथा फैकल्टी की सुविधाएं नहीं थीं। प्रदेश की स्टेट मेडिकल फैकल्टी बीमार थी। इस दृष्टि से मिशन निरामयाः की शुरुआत अत्यन्त महत्वपूर्ण थी। आज इसके परिणाम हमारे सामने हैं। इसके अन्तर्गत बारह संस्थानों को मेण्टर संस्थाओं के रूप में चयनित किया गया। इन्होंने अन्य संस्थाओं का मार्गदर्शन किया। क्वॉलिटी काउंसिल ऑफ इण्डिया द्वारा प्रदेश के सभी नर्सिंग व पैरामेडिकल संस्थानों की रेटिंग तय की गयी। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था में आमूल-चूल परिवर्तन हुआ है। नर्सिंग व पैरामेडिकल के क्षेत्र में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए मिशन निरामयाः की शुरुआत की गयी है।