डॉ दिलीप अग्निहोत्री
उत्तर प्रदेश के अनेक इलाके आम उत्पादन के लिए प्रसिद्ध हैं। योगी आदित्यनाथ ने इसे एक जिला एक उत्पाद योजना में शामिल किया। उसके बाद से देश विदेश तक उत्तर प्रदेश के आम को बड़ा बाजार मिला। इसका लाभ आम उत्पादक किसानों को मिल रहा है। प्रदेश सरकार ने विगत छह वर्षां में फसलों के उत्पादन व कृषि उत्पादों के निर्यात की दिशा में जो सफल प्रयास किए हैं, आज उसके परिणाम लोगों के सामने हैं। प्रदेश सरकार राज्य की औद्यानिक फसलों व कृषि उत्पादों के निर्यात में सहूलियतें व सुविधाएं प्रदान कर रही है। किसानों के उत्पादों को अन्तरराष्ट्रीय बाजार में पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है।
योगी आदित्यनाथ ने अवध शिल्पग्राम में उत्तर प्रदेश आम महोत्सव-2023 का शुभारम्भ किया। उन्होंने मॉस्को, दुबई व बहरीन को निर्यात किए जाने वाले आम के ट्रकों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। जुलाई में ही रूस की राजधानी मॉस्को में आयोजित ‘आमरस महोत्सव’ में प्रदेश के कृषि विदेश व्यापार तथा कृषि निर्यात राज्य मंत्री के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमण्डल सम्मिलित हुआ था। प्रतिनिधिमण्डल ने वहां प्रदेश के आम की प्रजातियों की मांग की सम्भावनाओं को देखा। उत्तर प्रदेश के आम की मांग वहां बहुत ज्यादा है। मॉस्को में आठ सौ रुपये किलो के दाम पर प्रदेश के बागवानों कृषकों के आम खरीदे जा रहे हैं। उनको प्रति किलो छह रुपये का शुद्ध लाभ प्राप्त हो रहा है।
योगी आदित्यनाथ नेकहा कि अपने कृषि उत्पादों को खाड़ी देशों व यूरोपीय देशों तक पहुंचाने का यह सबसे अच्छा समय है। आम महोत्सव का यह भी संदेश रहा। राज्य सरकार ने वाराणसी, लखनऊ, अमरोहा व सहारनपुर में पैक हाउस निर्मित कराएं हैं। विगत दिनों वाराणसी पैक हाउस से आम व ताजी सब्जियां दुबई के लिए निर्यात की गयीं। वैश्विक बाजार में हमारे कृषि उत्पादों की बहुत मांग है।