बेंगलुरु। कर्नाटक के बेंगलुरु में शहर अपराध शाखा (CCB) पुलिस ने शहर के विभिन्न हिस्सों में विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने की योजना बना रहे पांच संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। CCB पुलिस ने आतंकवादियों को मंगलवार को हेब्बल पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक घर से गिरफ्तार किया। छापेमारी में पुलिस ने उनके पास से सात देशी बंदूकें और 45 राउंड जिंदा कारतूस बरामद किये। बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त बी दयानंद ने पत्रकारों को बताया कि यह जुनैद अहमद ही था जिसने आतंकी मॉड्यूल बनाया था।
दयानंद ने कहा कि हालांकि, जुनैद फरार है और उसके भारत से बाहर होने की संभावना है। जुनैद और संदिग्ध आतंकवादी 2017 में बेंगलुरु के आरटी नगर में एक हत्या के मामले में शामिल थे। उन्होंने कहा कि जुनैद सहित संदिग्ध आतंकवादियों को बेंगलुरु में 2008 के सिलसिलेवार विस्फोट मामले के मुख्य आरोपियों में से एक टी नजीर ने पारापन्ना अग्रहारा जेल में कट्टरपंथी बनाया था। उन्होंने कहा कि जुनैद को देश से भागने से पहले कम से कम तीन बार गिरफ्तार किया गया था।
उन्होंने कहा कि जुनैद ने पकड़े गए संदिग्ध आतंकियों को हथियार मुहैया कराए थे। उन्होंने कहा कि पुलिस को डिजिटल मोड के माध्यम से भेजे गए मनी ट्रेल का भी पता चला है। दयानंद ने कहा, संदिग्ध 15 दिनों की पुलिस हिरासत में हैं। इस बीच, गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर और खुफिया अधिकारियों ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को हाई-प्रोफाइल गिरफ्तारी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने विधानसभा में इसकी घोषणा भी की और CCB पुलिस को बधाई दी।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता बसवराज बोम्मई ने मामले को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को स्थानांतरित करने की मांग की। उन्होंने कहा, ‘ऐसे मामले NIA को दिए जाने चाहिए। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को बेंगलुरु को एक सुरक्षित शहर बनाने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए। आरोपी बेंगलुरु में बम लगाना चाहते थे। सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए। (वार्ता)