शाश्वत तिवारी
भारत महामारी से उत्पन्न चुनौतियों से मजबूत होकर बाहर आया है और देश को ऐसी ही गति बनाए रखने की जरूरत है। भारत कई चीजें कर रहा है जो उसे वैश्विक मंदी के समय में भी दुनिया से आगे रहने में मदद कर रही हैं। अजय बंगा विश्व बैंक के अध्यक्ष का पदभार संभालने के बाद पहली बार भारत के दौरे पर आएं हैं। आपको बता दें कि 63 साल के अजय बंगा, भारतीय मूल के पहले विश्व बैंक के अध्यक्ष हैं जिन्होंने पिछले महीने से वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष के तौर पर पदभार संभाला है। अजय बंगा ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की जिसके बाद विदेश मंत्री ने ट्वीट किया कि विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा से मिलकर ख़ुशी हुई साथ ही भारत की G20 अध्यक्षता के लिए विश्व बैंक के समर्थन की सराहना की। दोनों ने क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को मजबूत करने, क्षेत्रीय समृद्धि को बढ़ावा देने और बड़े विकास को आगे बढ़ाने के भारत के प्रयासों पर चर्चा की। साथ ही ग्लोबल साउथ की चिंताओं के बारे में भी विचारों का आदान-प्रदान किया।
अजय बंगा ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ भी मुलाकात की, दोनों ने G20 सम्मेलन और भारत एवं विश्व बैंक के बीच सहयोग से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। बंगा ने विश्व अर्थव्यवस्था के परिदृश्य पर कहा कि अगले साल की शुरुआत में सुस्ती को लेकर अधिक जोखिम दिख रहा है। हालांकि भारतीय अर्थव्यवस्था को अपनी घरेलू खपत के दम पर राहत मिल सकती है। भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का बड़ा हिस्सा घरेलू खपत से आता है। ऐसे में अगर कुछ महीनों के लिए दुनिया में सुस्ती आती है तो भी घरेलू खपत पर आधारित होना भारत की अर्थव्यवस्था के लिए स्वाभाविक सहारा होगा।