उमेश तिवारी
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने सीमा हैदर मामले पर बयान दिया है। सीमा हैदर ने मीडिया के सामने खूब डायलॉग मारे। लेकिन सूत्र बताते हैं कि दो दिनों तक यूपी एटीएस की पूछताछ में सीमा कई सवालों के जवाब नहीं दे सकी। सीमा के पाकिस्तानी जासूस होने का अब भी पूरा शक है। अब तक उसके जासूस होने का सबूत नहीं मिला है। हालांकि सीमा के भारत में घुसपैठ को लेकर कई खुलासे हो रहे हैं। नेपाल के पोखरा पहुंचे मीडिया कर्मियों की टीम ने कई अहम जानकारी जुटाई है, जिसमें यह भी बात सामने आई है कि कैसे सीमा नेपाल से प्रीति बनकर भारत आई। इस बीच पहली बार विदेश मंत्रालय का बयान सामने आया है।
न्यूज एजेंसी के मुताबिक विदेश मंत्रालय (एमईए) ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तानी नागरिक सीमा हैदर से संबंधित मामले की जांच चल रही है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, “हम इस मामले से अवगत हैं, क्योंकि वह (सीमा) अदालत में पेश हुई हैं। उन्हें जमानत दे दी गई है। वह जमानत पर बाहर हैं। मामले की जांच की जा रही है।
उन्होंने कहा कि जब कोई घटनाक्रम होगा तो हम आपको अधिक जानकारी देंगे। यह एक न्यायिक मामला है और जांच चल रही है। मैं इससे अधिक कुछ नहीं कहना चाहूंगा।
नेपाल से प्रीति बनकर भारत में दाखिल हुई थी सीमा
नेपाल के पोखरा पहुंचे मीडिया कर्मियों की टीम के हाथ वो सबूत लगे हैं, जिसमें ये बात सामने आई है कि सीमा नाम बदलकर भारत में दाखिल हुई थी। इसके लिए उसने नेपाल के पोखरा से ग्रेटर नोएडा जाने के लिए बस पकड़ी थी। बस में सफर करने के दौरान सीमा ने अपना नाम प्रीति बताया था। इतना ही नहीं, उसने अपने पास भारतीय आधार कार्ड होने तक का दावा किया था। पोखरा की श्रृष्टि यातायात बस सर्विस के मैनेजर प्रसन्ना गौतम ने बताया कि सीमा ने प्रीति बनकर बस में चार सीटें बुक कराई थीं। इसमें वह अपने चार बच्चों के साथ भारत आई थी। सीमा ने बस पकड़ते हुए खुद को भारतीय बताकर अपना नाम प्रीति बताया था। आईडी के बारे में पूछे जाने पर उसने पूरे आत्मविश्वास से कहा था कि उसके पास भारतीय आधार कार्ड है।
साल 2019 में पबजी से शुरू हुई थी लव स्टोरी
सीमा हैदर और सचिन मीणा की लव स्टोरी साल 2019 में ऑनलाइन वारगेम पबजी से शुरू हुई थी। गेम खेलते-खेलते दोनों ने नंबर एक्सचेंज किए और बातें होने लगीं। दोनों का प्यार इतना गहरा गया कि साथ रहने का फैसला कर लिया, जबकि सीमा पहले से शादीशुदा थी। इसके बाद सीमा और सचिन नेपाल में मिले। पहली बार मिलने आने पर सीमा अपने बच्चों को रिश्तेदारों के यहां छोड़कर आई थी।
चार जुलाई को गिरफ्तार हुई सीमा, सात को मिल गई जमानत
ग्रेटर नोएडा पहुंचने के बाद सीमा सचिन के यहां रहने लगी। इसके बाद जब दोनों ने लीगल तौर पर शादी के लिए वकील से बात की और सीमा के दस्तावेज दिखाए तो वकील ने खबर पुलिस को दे दी। इसके बाद पुलिस ने सीमा और सचिन को चार जुलाई को अरेस्ट कर लिया था। इसके बाद कोर्ट ने सात जुलाई को कुछ हिदायतों और शर्तों पर रिहा कर दिया।
सीमा और सचिन दोनों ने अपना नाम बदला
एक तरफ सीमा ने पोखरा में अपना नाम प्रीती बताया तो दूसरी तरफ सचिन ने काठमांडू में होटल में कमरा बुक कराते समय अपना नाम शिवांक दर्शाया था। इसका मतलब साफ है कि इन दोनों ने अपना नाम बदलकर किसी बड़े साजिश को अंजाम देने की कोशिश की है। फिलहाल एटीएस इन दोनों से पूछताछ कर इनके साजिश का शीघ्र ही पर्दाफाश करेगी।