डॉ दिलीप अग्निहोत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की काशी यात्रा विकास और संस्कृति दोनों आधार पर महत्वपूर्ण रही। उन्होंने सर्किट हाउस सभागार में वाराणसी नगर निगम के कार्यों की समीक्षा की। श्रीकाल भैरव मन्दिर एवं श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन किया। कांची कामकोटि पीठ के पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकर विजयेन्द्र सरस्वती महाराज से भेंट कर उनका कुशलक्षेम प्राप्त किया। योगी आदित्यनाथ समय समय पर काशी पहुँच कर यहां के विकास कार्यों की समीक्षा करते हैं।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश रेवेन्यू सर प्लस स्टेट है। विकास कार्यों के लिए यहां धन की कोई कमी नहीं है। वाराणसी नगर निगम का इस वित्तीय वर्ष में 837 करोड़ रुपये का बजट है। सम्भावनाओं को तलाश कर बजट को 2500 करोड़ रुपये तक पहुंचाया जा सकता है। काशी की सुन्दरता को स्थाई बनाया जाए। स्वच्छता, सुगम यातायात व्यवस्था, टूरिस्ट पुलिस की काउंसलिंग की व्यवस्था की जाए। महापौर व पार्षदगण नागरिकों के साथ बैठें, उनकी समस्याओं को सुनें,समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान करें।
जन सहभागिता से शहर के पार्कों और शहर की सड़कों के दोनों तरफ खाली पड़े स्थानों पर पौधरोपण किया जाए। काशी में प्रवेश करने वाले मुख्य मार्गों पर सजावटी फूलों वाले पौधों लगाये जाएं। शहर में सिटी फॉरेस्ट विकसित किया जाए। शहर में पार्कों के रखरखाव की व्यवस्था स्थानीय नागरिकों को सौपी जाए। स्वच्छ पेयजल आपूर्ति हेतु अमृत योजना के अन्तर्गत कराये जा रहे कार्यों को युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर समय सीमा में पूर्ण किया जाए।