जयपुर से राजेंद्र गुप्ता
हिंदू धर्म में सावन के महीने को बहुत ही पावन माना गया है। यह समय शिव की अराधना के लिए सबसे उत्तम है। सावन के सोमवार में व्रत करने से महादेव जल्दी प्रसन्न होते हैं और भक्तों पर अपनी दया दृष्ट बनाए रखते हैं। लेकिन कुछ लोगों को सलाह दी जाती है कि वह सोमवार का व्रत न करें। इस वर्ष यानी 2023 में सावन का महीना और भी विशेष होने वाला है क्योंकि 19 वर्षों बाद सावन मास और पुरुषोत्तम मास एक साथ आ रहे हैं। इस दौरान अधिकतर लोग सावन सोमवार का व्रत रखते हैं। आइए जानते हैं कि वह कौन-से लोग हैं जिन्हें सावन में सोमवार का व्रत रखने से बचना चाहिए।
ये महिलाएं न रखें व्रत
जिस स्त्री को रज: स्राव यानी पीरियड्स हो रहें हो उन्हें सोमवार का व्रत रखने से बचना चाहिए। पौराणिक मान्याओं के अनुसार इन दिनों अशुद्धि रहती है लेकिन असल कारण यह है कि पीरियड्स के दौरान व्रत करने से महिलाओं को कई तरह की शारीरिक कठिनाई हो सकती हैं।
ये लोग भी न रखें व्रत
रोगी व्यक्ति या बुजुर्ग व्यक्ति को सावन के महीने में सोमवार के व्रत नहीं करने चाहिए चाहिए। क्योंकि इन लोगों का शरीर कमजोर होता है। इससे उनकी सेहत पर बुरा प्रभाव भी पड़ सकता है।
महिलाएं इस अवस्था में न करें व्रत
गर्भवती महिलाओं को भी सोमवार का व्रत न करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि इससे गर्भ में पल रहे बच्चें की सेहत पर प्रभाव पड़ रहा होता है। इसके बजाय गर्भवती महिलाएं सावन के सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा कर सकती हैं। इससे भी शुभ फल प्राप्त होता है।
इस स्थिति में न रखें व्रत
असंकल्पी व्यक्ति जिन्हें व्रत करने से उत्तेजना बढ़े और व्रत रखने पर व्रत भंग होने की संभावना हो तो ऐसी स्थिति में भी व्रत नहीं करना चाहिए। साथ ही यदि कोई व्यक्ति लंबी यात्रा पर जा रहा है तो उसे भी व्रत करने से बचना चाहिए।
सावन सोमवार व्रत का फल
सोमवार व्रत नियमित रूप से करने पर भगवान शिव तथा देवी पार्वती की अनुकम्पा बनी रहती है।
जीवन धन-धान्य से भर जाता है।
भगवान शिव सभी अनिष्टों का हरण कर भक्तों के कष्ट दूर करते हैं।