डॉ दिलीप अग्निहोत्री
हवाई चप्पल पहनने वालों के हवाई यात्रा का सपना साकार हो रहा है। नरेंद्र मोदी सरकार की उड़ान यात्रा प्रगति पर है। इससे उत्तर प्रदेश भी लाभान्वित हो रहा है। वायु सेवा का विस्तार हो रहा है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चौधरी चरण सिंह अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इण्डिगो एयरलाइन्स द्वारा लखनऊ-वाराणसी रूट पर नयी उड़ान सेवा का हरी झण्डी दिखाकर शुभारंभ किया। प्रथम उड़ान के एक यात्री को बोर्डिंग पास दिया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि काशी ने आध्यात्मिक, सांस्कृतिक तथा भौतिक विकास के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। इस दृष्टि से प्रदेश की राजधानी लखनऊ से वाराणसी को हवाई सेवा से जोड़ना बहुत महत्वपूर्ण कार्य है। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में नौ पूर्ण क्रियाशील एयरपोर्ट हैं तथा बारह एयरपोर्ट पर कार्य चल रहा है, इनमें दो नए इण्टरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण शामिल है।
अयोध्या का अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट इस वर्ष नवम्बर-दिसम्बर तक क्रियाशील हो जाएगा। गौतमबुद्धनगर के जेवर में राज्य सरकार एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बना रही है। इसका पहला रनवे इस वर्ष के अन्त तक प्रारम्भ हो जाएगा। यह कार्गो की ढुलाई में वृद्धि कर उत्तर प्रदेश को एक्सपोर्ट के हब के रूप में स्थापित करेगा। बरेली, आगरा तथा प्रयागराज में वायु सेवा प्रारम्भ हो चुकी है। आजमगढ़, श्रावस्ती, सोनभद्र, चित्रकूट, अलीगढ़, मुरादाबाद, मेरठ तथा सहारनपुर में भी एयरपोर्ट बन रहे हैं। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इण्डिया ने प्रदेश सरकार के साथ पांच एयरपोर्ट के संचालन के लिए एमओयू किया है।