- सरगना सहित पांच गिरफ्तार
- तीन लाख रुपए और जाली नोट बनाने के उपकरण बरामद
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। डीसीपी उत्तरी कासिम आब्दी की क्राइम व मड़ियांव पुलिस की संयुक्त टीम ने जाली नोट बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ कर सरगना सहित पांच लोगों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है। पुलिस को इनके पास से भारी मात्रा में जाली नोट एवं नोट बनाने के उपकरण के अलावा अन्य उपकरण बरामद हुए हैं। डीसीपी उत्तरी कासिम आब्दी की क्राइम टीम व मड़ियांव पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन कर गिरोह का राजफाश किया है। डीसीपी उत्तरी कासिम आब्दी ने बताया कि पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों ने अपना नाम जनपद प्रतापगढ़ निवासी विकास दुबे, इटौंजा लखनऊ निवासी विकास सिंह, नई दिल्ली निवासी विकास भारद्वाज, जनपद गोंडा निवासी रवि प्रकाश व बाराबंकी निवासी उत्कर्ष द्विवेदी बताया।
,,,20 हजार नोट के बदले देते थे एक लाख,,,
डीसीपी उत्तरी कासिम आब्दी के मुताबिक पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि इनका एक संगठित गिरोह है जो जाली नोट छापने के बाद आस-पास के जिलों में नोटो बदलने का काम करते है। बताया गया कि गिरोह के सदस्य 20 हजार असली रुपए लेकर 1 लाख के नकली नोट देते थे।
,,, साऊथ से जुड़े हैं सरगना के तार,,,
,,,जाली नोट का मामला,,,
यूपी के लखनऊ से देश व प्रदेश भर में जाली नोट के तार जुड़े हैं। सोमवार को डीसीपी उत्तरी की क्राइम टीम और मड़ियांव पुलिस की संयुक्त टीम ने जाली नोट के साथ पकड़ा तो पता चला कि ये लोग जाली नोटों की खेप राजधानी लखनऊ के अलावा अन्य राज्यों तक भेजते थे।
इनमें अधिकतर नोट पांच सौ की थीं। बताया जा रहा है कि पकड़े गए आरोपियों का तार यूपी बिहार के अलावा साऊथ तक जुड़ा हुआ है।
डीसीपी उत्तरी कासिम आब्दी का कहना है कि इस गिरोह में कितने लोग और शामिल हैं इसके बारे में जानकारी एकत्र की जा रही है।