नई दिल्ली। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने एयर इंडिया में टाटा SIA एयरलाइंस के विलय और सिंगापुर एयरलाइंस द्वारा एयर इंडिया की कुछ शेयरधारिता का अधिग्रहण किए जाने को मंजूरी दे दी है। हांलांकि, इसके लिए संबंधित पक्षों द्वारा प्रस्तावित स्वैच्छिक प्रतिबद्धताओं का अनुपालन करना आवश्यक होगा। प्रस्तावित विलय में टाटा SIA एयरलाइंस लिमिटेड (TSAL व विस्तारा) का एयर इंडिया लिमिटेड (AIL व एयर इंडिया) में विलय करने की परिकल्पना की गई है, जिसमें AIL का अस्तित्व बरकरार रहेगा होगी और इस विलय को ध्यान में रखते हुए सिंगापुर एयरलाइंस लिमिटेड (SIA) और टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड (TSPL) द्वारा विलय उपरांत इकाई के शेयरों का अधिग्रहण किया जाएगा और विलय उपरांत इकाई में अतिरिक्त शेयरों का अधिग्रहण तरजीही आवंटन के अनुसार SIA द्वारा किया जाएगा।
TSPL एक निवेश होल्डिंग कंपनी है, जो भारतीय रिजर्व बैंक में कोर निवेश कंपनी के रूप में पंजीकृत है और जिसे ‘प्रणालीगत रूप से महत्वपूर्ण गैर-जमा लेने वाली कोर निवेश कंपनी’ के रूप में वर्गीकृत किया गया है। TSPL (टैलेस प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से) ने 27 जनवरी 2022 को AIL का अधिग्रहण पूरा कर लिया। TSAL दरअसल TSPL और SIA के बीच एक संयुक्त उद्यम है, जिसकी कुल शेयरधारिता में TSPL और SIA की क्रमशः 51 प्रतिशत और 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है। TSAL ‘विस्तारा’ ब्रांड नाम के तहत अपना संचालन करती है। TSAL घरेलू हवाई यात्री परिवहन सेवा, अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्री परिवहन सेवा, हवाई कार्गो परिवहन सेवाएं और चार्टर उड़ान सेवाएं (घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय) सेवायें प्रदान करती है। (वार्ता)