डॉ दिलीप अग्निहोत्री
प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने जब आपदा में अवसर का विचार दिया, तब आत्मनिर्भर भारत अभियान का शुभारंभ हो गया। भारत ने कोरोना की दो वैक्सीन सबसे पहले बना कर विकसित देशों को भी चौंका दिया। पहले विकसित देश वैक्सीन बना बनाते थे। दशको बाद वह भारत को नसीब होती थी। भारत का पिछला चन्द्रयान अभियान विफल हुआ था। नरेंद्र मोदी इसरो के वैज्ञानिकों से मिलने पहुँचे। उन्होंने असफ़लता में अवसर का विचार दिया। वैज्ञानिकों ने कमियों को दूर किया। इसके बाद चन्द्रयान अभियान सफल हुआ। इसी प्रकार नरेंद्र मोदी ने G20 की अध्यक्षता को अवसर में बदल दिया। भारतीय विचार और सरकार की दुनिया में गूंज हुई। वसुधैव कुटुम्बकम G20 का ध्येय वाक्य बन गया। लोगो में कमल का फूल और पृथ्वी है। ब्राजील की अध्यक्षता की कमान सौंपते हुए नरेंद्र मोदी कामना करते हैं।
स्वस्ति अस्तु विश्वव्य
नरेंद्र मोदी ने घोषणा पत्र से लेकर जितने भी प्रस्ताव किए, उन सभी को सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया। यह अध्यक्षता में अवसर का बेमिसाल प्रमाण है।