
- संगीन घटनाओं ने छीना चैन
- मिर्जापुर में हुई घटना ने किया पुराने जख्मों को ताज़ा
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद हैं लूट और कत्ल जैसी जघन्य घटना को अंजाम देने में नहीं हिचक रहे हैं। कहीं घर में घुसकर तो कभी सरेराह हत्या हो रही है। डकैती, लूट-पाट व हत्या कर बदमाश आसानी से भाग जा रहे हैं और पुलिस सुरागों के पीछे दौड़ती रह जाती है। वारदात में किसी के नामजद होने पर तो आसानी से खुलासा हो जाता है, लेकिन खूनी लुटेरों के अज्ञात होने पर पुलिस गुत्थी सुलझाने में पिछड़ रही है।
राजधानी लखनऊ में 21 नवंबर 2015 को चिनहट क्षेत्र स्थित सराय शेख़ गांव के पास स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में असलहों से लैस बदमाशों ने लूट-पाट का विरोध करने पर गेट पर तैनात सुरक्षा गार्ड श्रवण कुमार की गोलियों से छलनी कर मौत की नींद सुला और नकदी लूटकर भाग निकले। 17 जनवरी 2015 को महाराणा प्रताप चौराहे से चंद कदम की दूरी पर बदमाशों ने दिनदहाड़े बैंक ऑफ बड़ौदा के ATM में रुपए भरने पहुंची राइटर सेफगार्ड प्राईवेट लिमिटेड कंपनी की कैश वैन से एक करोड़ 35 लाख रुपयों से भरा बाक्स उड़ा लिया। 27 फरवरी 2015 को हसनगंज थानाक्षेत्र स्थित बाबूगंज चरही डालीगंज के पास दिनदहाड़े मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने HDFC bank के ATM में रुपए भरने आए निजी कंपनी के दो गार्डों व कस्टोडियन की गोली मारकर मौत के घाट उतारने के बाद खूनी लुटेरे नोटों से भरा बाक्स लूट ले गए। 15 फरवरी 2015 को बेखौफ बदमाशों ने पुलिस को खुली चुनौती देते हुए सहारनपुर जिले के कोर्ट रोड स्थित तनिष्क शोरूम में बदमाशों ने करोड़ों की डकैती डाली।
इन सनसनीखेज मामलों की गुत्थी सुलझ भी नहीं पाई थी कि 12 सितंबर 2023 को बेखौफ बदमाशों ने मिर्जापुर जिले में मंगलवार को दिनदहाड़े एक्सिस बैंक के कैश वैन के गार्ड जय सिंह की गोलियों से भून डाला और असलहा लहराते हुए भाग निकले। बेखौफ बदमाशों ने मिर्जापुर जिले में एक गार्ड की हुई हत्या ने एक बार फिर पुलिस को खुली चुनौती देते हुए पुराने जख्मों को ताज़ा कर दिया।