चेन्नई। तमिलनाडु में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की विभिन्न टीमों ने धनशोधन और कर चोरी के आरोपों के बाद रेत माफियाओं पर बड़ी कार्रवाई करते हुए मंगलवार को पूरे राज्य में छापेमारी की। राज्य में नदी तल से रेत खनन, बिक्री डिपो और रेत खनन ठेकेदारों के कार्यालयों और आवासों सहित 40 से ज्यादा स्थानों पर एक साथ छापे मारे गए। ये छापेमारी वेल्लोर, चेन्नई, डिंडीगुल, तिरुचि, करूर और पुदुक्कोट्टई सहित कई जिलों में की गई।
आरोप है कि रेत खनन डिपो में प्रदान की गई ई-रसीद के साथ रेत को आधिकारिक तौर पर ऑनलाइन बेचा गया, लेकिन रेत की महत्वपूर्ण ऑफ़लाइन बिक्री भी हुई जिसका रिकॉर्ड लगातार दर्ज नहीं किया गया। ED सूत्रों ने कहा कि तलाशी के दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज मिले और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि हजारों लॉरी मालिकों व ऑपरेटरों को जारी किए गए ई-बिलों से सरकारी खातों में कर जमा किया गया या नहीं। सभी स्थानों पर सशस्त्र केंद्रीय अर्धसैनिक बल के जवानों की तैनाती करने के बाद छापे मारे गए। पुडुकोट्टई से प्राप्त खबरों के अनुसार रेत खनन ठेकेदार एस. रामचंद्रन के कार्यालय और आवास पर छापे मारे गए। रेत खनन ठेकेदार रतिनम और उससे जुड़े लोगों के परिसरों में भी छापेमारी की गई।
ED ने कुछ स्थानों पर शाम 07 बजे छापेमापी पूरी कर ली, अधिकारियों ने तलाशी के दौरान जब्त किए गए सबूतों के आधार पर कुछ रेत खनन ठेकेदारों से आगे की पूछताछ कर रही है। ED के अधिकारियों ने स्पष्ट रूप से कहा कि कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है और उन्हें केवल पूछताछ के लिए ले जाया गया है। (वार्ता)