
लखनऊ। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ में प्रधानमंत्री को समर्पित गौरव स्थल का लोकार्पण किया।इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का शुभारम्भ हुआ है। यह योजना देशवासियों के सपनों को पूरा करने, उन्हें आत्मनिर्भरता के पथ पर अग्रसर करने, जन-जन के जीवन को खुशहाल बनाने एवं युवाओं के लिए बेहतर भविष्य और रोजगार के अवसर को सृजित करने में सहायक होगी। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था का विकास होगा तथा परम्परागत कौशल के कारीगरों के सम्मान के साथ-साथ भारतीय संस्कृति का भी संरक्षण होगा।
राज्यपाल ने प्रधानमंत्री को विश्वकर्मा का सच्चा अनुयायी बताते हुए कहा कि आज देश में कौशल को सम्मान देने का प्रयास किया जा रहा है। इस सदी को भारत की सदी बनाने के लिए यह अत्यन्त आवश्यक है कि भारत के युवा शिक्षा के साथ-साथ कौशल में भी समान रूप से दक्ष हों। इसलिए सरकार ने युवाओं के कौशल विकास और नए संस्थानों के निर्माण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। राज्यपाल ने लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा नई शिक्षा नीति को लागू करने, मैनेजमेंट एवं पर्यटन संस्थान द्वारा चलाये गये उद्यमिता सम्मेलन, जूट उत्पादन प्रशिक्षण एवं विभिन्न प्रकार के कौशल विकास कार्यक्रमों के आयोजन की चर्चा करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के विभागों द्वारा छात्रों को स्वावलम्बी बनाने हेतु कौशल विकास एवं वोकेशनल ट्रेनिंग कोर्सेज को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है, जो प्रशंसनीय है।
राज्यपाल ने हालिया G-20 बैठक की सफलता पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा वसुधैव कुटुंबकम की थीम पर भारत को आगे बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में आगे भी ऐसे कार्यक्रम होते रहें तो ऐसी कोई ताकत नहीं जो भारत को विश्व गुरु बनने से रोक सके। इस अवसर पर कुलपति लखनऊ विश्वविद्यालय प्रोफेसर आलोक कुमार राय सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।