
डॉ. दिलीप अग्निहोत्री
वर्तमान वर्ष में यह दूसरा अवसर है जब राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू उत्तर प्रदेश के विकास सम्बन्धी समारोह में शामिल हुई। उन्होंने ग्रेटर नोएडा में यूपी इण्टरनेशनल ट्रेड शो के प्रथम संस्करण का शुभारम्भ किया। विश्व के विभिन्न हिस्सों से 66 देशों के 400 से अधिक बायर्स भी इस ट्रेड शो में भाग ले रहे हैं। यहां एक जनपद एक उत्पाद’ से सम्बन्धित विभिन्न उत्पादों को भी प्रदर्शित किया गया है। उन्होंने कहा कि इसी वर्ष फरवरी में आयोजित यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में सम्मिलित हुई थीं। उन्हें अवगत कराया गया है कि उस समिट में बहुत बड़े पैमाने पर पूंजी निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। उन प्रस्तावों को मूर्त रूप प्रदान करने के लिए राज्य सरकार द्वारा अनेक प्रयास किए जा रहे हैं।
राष्ट्रपति ने उत्तर प्रदेश के विकास को निरन्तर ऊर्जा तथा दिशा प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा उनकी पूरी टीम की सराहना करते हुए उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह ट्रेड शो उत्तर प्रदेश के निर्माताओं एवं उद्यमियों के लिए राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय बाजार तथा अपनी पहुँच और पकड़ बनाने का एक सशक्त माध्यम बनेगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ने पिछले 06-07 वर्षों में देश के आर्थिक विकास को अपना विशिष्ट योगदान दिया है। राज्य की जीडीपी जो वर्ष 2016-17 में लगभग 13 लाख करोड़ रुपये थी, वह वर्ष 2022-23 में करीब 22 लाख करोड़ रुपये अनुमानित है। इकोनॉमिक ग्रोथ की यह उपलब्धि निस्संदेह सराहनीय है। उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल के वर्षों में आर्थिक विकास तथा निवेश में वृद्धि हेतु कई कदम उठाए हैं। इन्वेस्टमेण्ट अपॉर्चुनिटीज को सरल बनाने, व्यापार को सुगम बनाने और इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेण्ट को गति देने के परिणामस्वरूप उत्तर प्रदेश अब देश में सबसे तेजी से बढ़ती राज्य स्तर की अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो गया है।
राज्यों के स्तर पर ऐसे उत्कृष्ट आर्थिक प्रदर्शन के बल पर ही भारत की अर्थव्यवस्था को विश्व की सबसे तेज गति से विकसित हो रही बड़ी अर्थव्यवस्था माना जाता है। आज भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और शीघ्र ही विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का स्थान प्राप्त करने के लिए संकल्पबद्ध है। इस राष्ट्रीय संकल्प को सिद्ध करने में उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा।उत्तर प्रदेश ने अपनी अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ाने का संकल्प लिया है। उत्तर प्रदेश में एमएसएमई के लिए अच्छा ईको-सिस्टम विकसित किया जा रहा है। 96 लाख से अधिक एमएसएमई इकाइयों के साथ उत्तर प्रदेश सभी राज्यों में पहले नम्बर पर है। राज्य का निर्यात वर्ष 2017-18 में लगभग 88,000 करोड़ रुपए से बढ़कर वर्ष 2022-23 में लगभग 1,75,000 करोड़ रुपए तक पहुँच गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति का अभिनन्दन किया। उन्होंने सभी एक्जीबिटर्स तथा बायर्स का स्वागत किया। कहा कि यह उत्तर प्रदेश का पहला इण्टरनेशनल ट्रेड शो है। उत्तर प्रदेश ने विगत छह वर्षों में बीमारू राज्य से देश की अर्थव्यवस्था के एक समृद्ध राज्य की ओर कदम बढ़ाया है। इण्टरनेशनल ट्रेड शो इस समृद्धि को शोकेस करने का एक अवसर है। उत्तर प्रदेश में वर्तमान में 54 जीआई प्रोडक्ट मौजूद हैं, जिनके 108 एक्जीबिटर्स इण्टरनेशनल ट्रेड शो में उपस्थित होकर अपनी कुशलता और कौशल का परिचय दे रहे हैं। वर्तमान उत्तर प्रदेश, नया उत्तर प्रदेश है। यहां हाईवे, एक्सप्रेस-वे, वॉटर-वे तथा एयरवेज़ के रूप में अच्छी कनेक्टिविटी है।