
- चिनहट: मदरसा बिस्मिल्लाह और जाहिद उल इस्लाम में धूमधाम से मनाया गया बारावफात का पर्व
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। पैगम्बर – ए – इस्लाम हज़रत मोहम्मद साहब की यौम – ए – पैदाइश पर गुरुवार को जुलूस – ए – मदहे सहाबा पूर्वाह्न 10 पर झंडे वाले पार्क से वरिष्ठ सुन्नी धर्म गुरु मौलाना अलीम फारूकी के नेतृत्व में निकाला। जुलूस के पूर्व मौलाना खालिद रशीद फिरंगी ने परचम कुशाई की रस्म अदा की और फिर अंजुमन अनवारिया ने परचम पढ़ा। इसके बाद जुलूस अपने तय रास्तों से होता ऐशबाग ईदगाह के लिए चला।
पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए थे। जुलूस के आगे अंजुमन सिददीकिया चल रही थी। मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि नबी- ए – करीम कहा कि सहाबा से वही मुहब्बत करेगा जो मुझसे मुहब्बत करता है। मौलाना की तकरीर के बाद अंजुमन अनवारिया ने सहाबा का परचम उठाए चल चला चल, कदम आगे बढ़ाए चला चला पढ़ा परचम के बाद जुलूस धीरे धीरे भारी सुरक्षा के बीच अपनी मंजिल की ओर बढ़ा। जुलूस मजलिस – ए – सहाबा के बैनर तले निकला।
आगे आगे पुलिस के जवान चल रहे थे। जुलूस का पहला सिरा तकरीबन तीन बजे ईदगाह पहुंचा, उस समय आखिरी सिरा रकाबगंज चौराहे पर था। जुलूस मौलवीगंज, रकाबगंज होते हुए नक्खास चौराहे पहुंचा यहां से बाएं घूमकर बाजार खाला, हैदरगंज होते हुए माधव सिनेमा के सामने से होता हुआ ईदगाह पहुंचा। यहां मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने जुलूस का इस्तकबाल किया। जुलूस के दोनों तरफ पानी की सबीले लगी थी और जगह जगह लंगर तकसीम हुए। पुलिस कमिश्नर एसबी शिरडकर सहित कई पुलिस के आलाधिकारी मौजूद रहे।
या मुहम्मद की सदाओं के बीच निकला जुलूस
पैगम्बर – ए- इस्लाम की यौम-ए- पैदाइश पर गुरुवार को जुलूसे – ए- मुहम्मदी अकीदत और एहतराम के साथ निकला। चिनहट के अयोध्या रोड पर स्थित मतीनुल औलिया मस्जिद से उठकर जुलूस एल्डिको तिराहे के पास स्थित दुधिया पीर बाबा दरगाह शरीफ तक पहुंचा। सुबह से अकीदतमंद हरे झंडे लेकर पूरे कस्बे के तमाम हिस्सों से पहुंचे। जुलूस की अध्यक्षता मुफ्ती मोहम्मद आज़म अली कादिरी इमाम ईदगाह चिनहट और अंजुमन रज़ा ए मुस्तफा की निगरानी में निकाला गया। हजारों की संख्या में अकीदतमंद नारे रिसालत लगा चल रहे थे। वहीं मदरसा जाहिद – उल- इस्लाम निजामपुर मल्हौर में भी बड़े ही धूम-धाम से बारावफात का पर्व मनाया गया। इस मौके पर मौलाना मोहसिन रज़ा सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।