कब शुरू हो रहे हैं पितृ पक्ष, श्राद्ध की प्रमुख तिथियां, जानें क्या है उपाय 

डॉ. उमाशंकर मिश्र 

लखनऊ। पितृ पक्ष के 15 दिन पितरों को समर्पित होते हैं इस दौरान श्राद्ध कर्म, दान, गरीबों को खाना खिलाने से पितरों की आत्माएं प्रसन्न होती हैं पितृ पक्ष के दौरान पितरों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध किया जाता है हिंदू पंचांग के अनुसार पितृ पक्ष भाद्रपद मास की पूर्णिमा तिथि से प्रारंभ होकर आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की स्थापना तिथि को समाप्त होता है हिंदू धर्म में पितृपक्ष यानी श्राद्ध का विशेष महत्व है पितृ पक्ष के दौरान पूर्वजों को श्रद्धापूर्वक याद करके उसका श्राद्ध कर्म हो किया जाता है पितृ पक्ष में पितरों के लिए तर्पण और श्राद्ध कर्म करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है इस दौरान न केवल पितरों की मुक्ति के लिए उनका श्राद्ध किया जाता है, बल्कि उनके प्रति सम्मान भी व्यक्त किया जाता है तो आइए  जानते हैं पितृ पक्ष की प्रमुख तिथियों और महत्व के बारे में….

पितृ पक्ष 2023 कब से शुरू हो रहे हैं?

इस वर्ष पितृ पक्ष 29 सितंबर 2023, शुक्रवार से प्रारंभ हो रहा है इस दिन पूर्णिमा श्राद्ध  है पितृ पक्ष का समापन 14 अक्टूबर, शनिवार को होगा पंचांग के अनुसार, भाद्रपद पूर्णिमा 29 सितंबर को  16:02 बजे तक है और उसके बाद आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि शुरू हो जाएगी, जो 30 सितंबर को दोपहर 12:21 बजे तक है।

पितृ पक्ष में तिथि का महत्व

जब पितृ पक्ष प्रारंभ होता है तो प्रत्येक दिन की एक तिथि होती है तिथि के अनुसार ही श्राद्ध करने का नियम है उदाहरण के लिए, इस वर्ष द्वितीया श्राद्ध एक को है यानी पितृ पक्ष में श्राद्ध की द्वितीया तिथि है जिन लोगों के पूर्वजों की मृत्यु किसी भी महीने की द्वितीया तिथि को होती है, वे पितृ पक्ष के दूसरे दिन अपने पूर्वजों का श्राद्ध करते हैं इसी प्रकार पूर्वज की मृत्यु भी माह और पक्ष की नवमी तिथि को होगी वे पितृ पक्ष की नवमी श्राद्ध के लिए तर्पण, पिंडदान आदि की कामना करते हैं।

पितृ पक्ष 2023 श्राद्ध की मुख्य तिथियां

  1. पूर्णिमा श्राद्ध- 29 सितंबर 2023
  2. प्रतिपदा का श्राद्ध – 30 सितंबर 2023
  3. द्वितीया श्राद्ध तिथि- 01 – 2023
  4. तृतीया तिथि का श्राद्ध- 2 अक्टूबर 2023
  5. चतुर्थी तिथि श्राद्ध- 2 अक्टूबर 2023
  6. पंचमी तिथि श्राद्ध- 3 अक्टूबर 2023
  7. षष्ठी तिथि का श्राद्ध- 4 अक्टूबर 2023
  8. सप्तमी तिथि का श्राद्ध- 5 अक्टूबर 2023
  9. अष्टमी तिथि का श्राद्ध- 6 अक्टूबर 2023
  10. नवमी तिथि का श्राद्ध- 7 अक्टूबर 2023
  11. दशमी तिथि का श्राद्ध- 9 अक्टूबर 2023
  12. एकादशी तिथि का श्राद्ध- 10 अक्टूबर 2023
  13. द्वादशी तिथि का श्राद्ध- 11 अक्टूबर 2023
  14. त्रयोदशी तिथि का श्राद्ध- 12 अक्टूबर 2023
  15. चतुर्दशी तिथि का श्राद्ध- 13 अक्टूबर 2023
  16. सर्वपितृ मोक्ष श्राद्ध तिथि- 14 अक्टूबर 2023

पितृ पक्ष के दौरान करें ये उपाय

शास्त्रों में ज्ञात है कि पितृ पक्ष में स्नान, दान और तर्पण आदि का विशेष महत्व होता है इस दौरान श्राद्ध कर्म या पिंडदान आदि किसी जानकार व्यक्ति से ही कराना चाहिए साथ ही किसी ब्राह्मण या जरूरतमंद को भोजन, धन या वस्त्र का दान करें ऐसा करने से पितरों का आशीर्वाद मिलता है पितृ पक्ष में पूर्वजों की मृत्यु की तिथि के अनुसार श्राद्ध कर्म या पिंडदान किया जाता है यदि किसी व्यक्ति को अपने पूर्वजों की मृत्यु की तिथि याद नहीं है तो वह आश्विन कृष्ण पक्ष की अमावस्या के दिन यह अनुष्ठान कर सकता है ऐसा करने से भी पूर्ण फल प्राप्त होता है।

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