- एक ही परिवार की पांच हत्याओं से दहला क्षेत्र
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। देवरिया जिले के रूद्रपुर क्षेत्र फतेहपुर स्थित लेहड़ा टोले में प्रेम यादव व सत्यप्रकाश दुबे, पत्नी किरण दुबे, बेटी सलोनी दुबे, नंदिनी दुबे व गांधी दुबे गोलियों से भूनकर हत्या की वजह जमीन विवाद के चलते वर्चस्व की जंग बताई जा रही है। ज़मीन पर कब्जे का झगड़ा महज़ बहाना था। दोनों पक्षों के बीच काफी दिनों से रंजिश चली आ रही थी। सोमवार सुबह करीब आठ बजे पहले सत्यप्रकाश दुबे और प्रेम यादव के बीच कहासुनी हुई और बात इतनी बढ़ गई कि दोनों पक्ष एक-दूसरे का खून बहाने पर अमादा हो गए। यही हुआ एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष प्रेम यादव के ऊपर जानलेवा हमला कर मौत की नींद सुला दिया। प्रेम यादव की मौत होते ही उनके परिजन व समर्थकों का ग़ुस्सा फूट पड़ा और सत्यप्रकाश दुबे के घर पर धावा बोल दिया। प्रेम यादव के समर्थकों ने सत्यप्रकाश दुबे, पत्नी किरण दुबे, बेटी सलोनी दुबे, नंदिनी दुबे, व बेटे गांधी दुबे के ऊपर अंधाधुंध गोलियां बरसाकर मौत की नींद सुला दिया। इस मामले प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने कहा कि जांच-पड़ताल के बाद सामने आया है कि सत्यप्रकाश दुबे के भाई साधू दुबे ने जमीन का अपना हिस्सा कुछ साल पहले प्रेम यादव के हाथों बेच दिया था, जिसको लेकर सत्यप्रकाश और प्रेम यादव के बीच रंजिश चली आ रही थी।
,,, स्थानीय लोगों के ललकारने के बाद भागे हमलावर,,,
बताया जा रहा है कि सत्यप्रकाश दुबे और उनके परिजनों के ऊपर बरस रही गोलियों की आवाज सुनकर स्थानीय लोगों ने बदमाशों को पकड़ने के लिए ललकारते हुए आगे बढ़ कि असलहों से लैस बदमाश हवा में फायरिंग झोंकते हुए भाग निकले। बताया जा रहा है कि हमलावरों ने पहले सत्यप्रकाश दुबे के सीने में गोलियों की बौछार की। उनकी चीख-पुकार सुनकर घर में मौजूद उनकी पत्नी व बच्चे दौड़े कि बदमाशों ने उनके ऊपर गोलियों की बौछार कर मौत की नींद सुला दिया। बताया जा रहा है कि खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां पर तबाही का मंजर था।
सामने खून से लथपथ पांच लोग जमीन पर पड़े थे।
,,, शिकायत पर संजीदा होती पुलिस तो न होती वारदात,,,,
महीना-दो महीना नहीं, बल्कि कई सालों से जमीन को लेकर सत्यप्रकाश दुबे और प्रेम यादव के बीच रंजिश चली आ रही थी और कई बार मामला स्थानीय पुलिस के पास भी पहुंचा होगा, नतीजतन ताबड़तोड़ फायरिंग करने और धारदार हथियार से हमला करने वाले हमलावरों का हौसला स्थानीय पुलिस की हीला-हवाली ने बढ़ा दिया और चली गई छह लोगों की जान।