लखनऊ। भारतीय सिनेमा जगत में बहुत सारी फिल्में बहुत सारे विषयों पर बनी है लेकिन अब तक कोई भी फ़िल्म शिक्षण क्षेत्र में फैले व्यापक भ्रष्टाचार को मद्देनजर रखकर नहीं बनाई गई। अब आगामी 10 तारीख़ को ग्लोबल म्यूजिक जंक्शन चैनल पर रिलीज़ होने जा रहे विद्यापीठ के ट्रेलर के साथ लोगों को यही उम्मीद है कि इस फ़िल्म से शायद हमें उस नेक्सस के बारे में कुछ बेहतर देखने को मिलेगा । तो अब इस बात के लिए इंतज़ार करना पड़ेगा कि इस फ़िल्म का विषय वस्तु क्या है । क्योंकि शिक्षा के क्षेत्र में लव स्टोरी तो आपने स्टूडेंट ऑफ द ईयर में देखा होगा या फिर शिक्षण संस्थान में लव स्टोरी को लेकर रांझणा , और नामांकन घोटाले को लेकर फालतू भी । लेकिन इस विद्यापीठ में शिक्षा के किस मॉड्यूल को सेंट्रलाइज्ड करके फ़िल्म का ताना बाना बुना गया है यह तो आने वाला समय ही बताएगा । लेकिन एक बात तो अभी से ही स्पस्ट है कि यह फ़िल्म बाकी की भोजपुरी फिल्मों के कॉन्सेप्ट से अलग और यूनिक है । शिक्षा के क्षेत्र में फैले व्यापक क्राइम को कल्लू के अभिनय के साथ देखने का अलग ही आनंद होगा , क्योंकि कल्लू आजकल अधिकतर यूनिक कॉन्सेप्ट को लेकर ही फिल्में कर रहे हैं । वे टाइपकास्ट होकर फिल्में नहीं करना चाहते । कल्लू का मानना हैं कि फिल्मों में मनोरंजन के साथ साथ सन्देश भी होना चाहिए।
फ़िल्म विद्यापीठ का निर्देशन कर रहे हैं निर्देशक योगेश राज मिश्रा जिन्होंने इसके पहले खेसारी लाल यादव को लेकर दबंग सरकार बनाई थी । फ़िल्म विद्यापीठ को बेहतरीन उतारने के लिए इन्होंने दिन रात मेहनत किया है और तब जाकर आज इस फ़िल्म को धरातल पर उतारा जा रहा है । योगेश मिश्रा ने कल्लू के हर लुक को अपने देखरेख में निखारा है और फ़िल्म के हर एक मूवमेंट को उसके सिचुएशन के हिंसाब से फ्रेम में ढाला है । एक सम्पूर्ण निर्देशकीय कौशल के साथ इस विद्यापीठ के साथ योगेश राज मिश्रा लम्बे समय के बाद दर्शकों के सामने हाजिर होने वाले हैं । इस फ़िल्म के लीड अभिनेता अरविंद अकेला कल्लू ने तो इस फ़िल्म के लिए अपना गेटअप ही बदल लिया था। उनको नजदीक से जानने वाले लोग कहते हैं कि कल्लू ने विद्यापीठ के अपने किरदार को इस क़दर आत्मसात कर लिया था कि ये खाते पीते, उठते सोते हुए फ़िल्म के सेट से बाहर रहने पर भी उसी किरदार में डूबे हुए रहते थे । अब फ़िल्म को लेकर उन्हें भी बहुत सारी उम्मीदें हैं।
गोविन्दा फ़िल्म्स एंटरटेनमेंट के बैनर तले बनी फिल्म विद्यापीठ के निर्माता हैं गोविन्दा जी उर्फ रामजीत जायसवाल व सह निर्माता हैं शामजीत बरई। ग्लोबल म्यूज़िक जंक्शन व आईफा म्यूजिक वर्ल्ड प्रेजेंट्स फ़िल्म विद्यापीठ के लेखक हैं मनोज पांडेय जिनकी कहानी पर बने फ़िल्म का निर्देशन किया है योगेश राज मिश्रा ने। विद्यापीठ के गीत के बोल लिखे हैं आज़ाद सिंह ने जिन्हें संगीत से सजाया है आज़ाद सिंह व विशाल सिंह ने, इन्हें अपनी आवाज़ दी है अरविंद अकेला कल्लू, प्रियंका सिंह, आरोही भारद्वाज, जितेंद्र सिंह जीतू ने।विद्यापीठ की सिनेमेटोग्राफी किया है रवींद्रनाथ जी ने । फ़िल्म में फाइट मास्टर हैं अरुण प्रेम सिंह । फ़िल्म विद्यापीठ के प्रचार प्रसार का जिम्मा संजय भूषण पटियाला का है । फ़िल्म विद्यापीठ का ट्रेलर ग्लोबल म्यूजिक जंक्शन चैनल पर आगामी 10 ऑक्टूबर को रिलीज़ किया जाएगा।