डॉ दिलीप अग्निहोत्री
विपक्षी गठबंधन के अनेक नेता पिछले कुछ समय से सनातन हिन्दी चिंतन पर हमलावर है। उनके लिए यह वोटबैंक राजनीति का हिस्सा मात्र हो सकता है। लेकिन सनातन में मानव कल्याण के शाश्वत मूल्य हैं। इनकी प्रासंगिकता सदा सर्वदा रहेगी।भारत के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का विचार व क्षेत्र व्यापक रहा है। राष्ट्रीय स्वाभिमान किसी देश को शक्तिशाली बनाने में सहायक होता है। तब उसके विचार पर दुनिया ध्यान देती है। विश्वगुरु होने की क्षमता केवल भारत के पास है। इस तथ्य का विस्मरण नहीं होना चाहिए।विश्व और मानवता का कल्याण भारत की वसुधैव कुटुम्बकम की भावना से ही हो सकता है। योगी आदित्यनाथ विकास के साथ-साथ साँस्कृतिक राष्ट्रवाद और सनातन चेतना का संदेश देते हैं। पिछले दिनों उन्होंने कहा था कि दुनिया में धर्म तो मात्र एक ही है। वह है सनातन धर्म। अन्य सभी पंथ उपासना विधि और मजहब है। योगी आदित्यनाथ की दो दिवसीय उत्तराखंड यात्रा में भी विकास और संस्कृति के पहलु सम्मलित रहे।
वह उत्तराखण्ड में मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक में सम्मलित हुए। इसमें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी उपस्थित रहे। इस बैठक में क्षेत्रीय और प्रादेशिक विकास पर चर्चा की गई। योगी आदित्यनाथ ने बाबा केदार के दर्शन कर विश्व में सुख-समृद्धि एवं जनकल्याण की कामना की। वह रुद्राभिषेक पूजा में भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों के दृढ़ संकल्प और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देशन में बदरी-केदार धाम का स्वरूप भव्य होता जा रहा है। इसमें दृष्टि भी है और दूरदर्शिता भी। इससे पूर्व, योगी ने सुबह बदरीनाथ धाम में पूजा-अर्चना की। बदरीनाथ धाम पहुंचकर शयन आरती में शामिल हुए थे। उन्होंने माणा पास स्थित आइटीबीपी की घसतोली चौकी का दौरा कर आइटीबीपी, सेना व बीआरओ के जवान व अधिकारियों का उत्साहवर्द्धन भी किया था। पौन घंटे चली पूजा के दौरान योगी ने बाबा का रुद्राभिषेक किया और फिर मंदिर के बाहर नंदी की पूजा कर उन्हें शाल अर्पित किया।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 में आई त्रासदी के कारण केदारनाथ धाम में हुई तबाही से सभी प्रभावित हुए। अब प्रधानमंत्री के निर्देशन में धाम का कायाकल्प हो रहा है। पर्यटन और आस्था को दृष्टिगत रखते हुए यहां जो कार्य हो रहे हैं, उनमें नए भारत की तस्वीर साफ झलकती है। हमारे तीर्थ स्थल राष्ट्रीय एकात्मता का प्रतीक हैं। मुख्यमंत्री ने बेस कैंप से मंदिर तक एक किमी की दूरी पैदल ही तय की। सुरक्षा कर्मियों को उनके साथ काफी तेज चलना पड़ा। इस दौरान उन्होंने श्रद्धालुओं के साथ सेल्फी भी ली। जिस भी श्रद्धालु ने सेल्फी लेने की इच्छा जताई, वह सहज भाव से तैयार हो गए। उन्होंने श्रद्धालुओं के साथ हर-हर महादेव और जय श्रीराम का जयघोष भी किया, इससे श्रद्धालुओं का उत्साह दोगुना हो गया। मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक में क्षेत्रीय और प्रादेशिक विकास पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कुशल नेतृत्व प्रदान करते हुए क्षेत्रीय परिषदों को सक्रिय किया है। सहकारिता से समृद्धि योजना अन्तर्गत उत्तर प्रदेश में प्राथमिक सहकारी समितियों में पिछले महीने विशेष रूप से चलाये गये अभियान के अन्तर्गत करीब उनतीस लाख लोगों ने समितियों की सदस्यता ग्रहण की है।प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाये जाने में कृषि का महत्वपूर्ण स्थान है। भारत सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश को सम्मिलित करते हुए देश के बारह राज्यों में डिजिटल क्रॉप सर्वे का कार्य पायलेट प्रोजेक्ट के आधार पर कराया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के कुल गाटा संख्या करीब के बीस प्रतिशत गाटा को सम्मिलित करते हुए पायलेट योजना के रूप में इक्कीस जनपदों में पूर्ण रूप से तथा चौबन जनपद के दस राजस्व ग्राम पंचायतों में डिजिटल क्रॉप सर्वे का कार्य संचालित किया जायेगा। आगामी वर्षों में सभी जनपदों में समग्र रूप से योजना क्रियान्वित की जायेगी।
प्रधानमंत्री किसान मान-धन योजना के तहत प्रदेश के लघु एवं सीमान्त कृषकों को सामाजिक सुरक्षा कवच उपलब्ध कराने एवं वृद्धावस्था में उनकी आजीविका के साधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ढाई लाख लघु एवं सीमान्त कृषक परिवारों को कार्ड उपलब्ध कराया जा चुका है। किसानों के हित के लिए प्रदेश सरकार द्वारा कृषि में प्रशिक्षित युवाओं की सेवाओं का उपयोग करने हेतु प्रशिक्षित कृषि उद्यमी स्वावलम्बन योजना क्रियान्वित की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को उनकी सम्पत्ति का मालिकाना हक दिलाने और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से स्वामित्व योजना संचालित है। उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है, जहां केन्द्र सरकार की आकांक्षी जनपद योजना के अनरूप पिछडे़ नगर निकायों के विकास के लिए आकांक्षी नगर निकाय योजना आरम्भ की गई है। सुदृढ़ कानून व्यवस्था, विकासपरक वातावरण, सेक्टरवार आकर्षक नीतियों तथा विश्वस्तरीय अवस्थापना सुविधाओं की उपलब्धता से प्रदेश, देश-विदेश के ड्रीम डेस्टीनेशन के रूप में उभरा है।