- अपराधियों के लिए सुरक्षित जोन साबित हो रहा वन क्षेत्र
अमित मोहन श्रीवास्तव
फरेंदा। बृजमानगंज जंगल क्षेत्र छिनैती ,लूट और हत्या के साथ लकड़ी तस्करी व पशु तस्करी का हब बन गया है। आये दिन अपराधी घटना को अंजाम देने के लिए लेहड़ा फरेंदा जंगल का ही सहारा लेते है। पुलिस प्रशासन और वन प्रशासन की ढिलाई से वारदातों का सिलसिला नही रुक रही है। दिनांक 10 अक्टूवर को सुबह आठ बजे फरेंदा बृजमंनगज मार्ग पर मा समय स्थान के पास पहले हुई लूट व फायरिंग की घटना ने पुनः क़ानून व्यवस्था की कलई खोल दी है मंगलवार की घटना से यह भी साबित होता है। की घटना को अंजाम देने के लिए अपराधी इस जंगल क्षेत्र को अपने लिए काफ़ी सुगम मानते है और सैकड़ो मिल चले आते है।
10 अक्टूबर को घटी घटना का भी अभी खुलासा बही हुआ है। वैसे तो बिगत 15 वर्षो मे यहाँ सैकड़ो की संख्या ने वारदात हुए है, जिसमे बहुतो का खुलासा नहीं हो पाया है। वर्ष 2023 के जुलाई में लेहड़ा जंगल एक महिला की लाश मिली थी महिला के कपड़े फटे हुए थे। वर्ष 2023 के जून माह में लेहड़ा जंगल मे एक व्यक्ति की हत्या करके शव फेकी गयी थी शव झुलसे हुए हालत में थी।
वर्ष 2020 में पशुतस्कर पिकअप लेहड़ा फरेंदा जंगल की तरफ से जा रहे थे पुलिस की PRB वाहन को गौ वंशीय पशुओं से लदी पिकअप ने रोकने का प्रयास करने पर ठोकर मार दिया था। साथ ही सड़क के किनारे एक गुमटी से टकराकर फरार हो गई। इस दौरान एक पुलिस कर्मी भी घायल हो गए थे। वर्ष 2018 के सितम्बर माह में लेहड़ा फरेंदा जंगल के समयमता मंदिर के पहले गोरखपुर के व्यक्ति की बाइक और मोबाइल छीन कर बदमाश जंगल मे फरार हो गए थे।
वर्ष 2018 के अक्टूबर माह में लेहड़ा के एक व्यक्ति के बाइक की डिक्की तोड़कर 30 हजार रुपये चुराकर उचक्के जंगल मे फरार हो गए थे। लेहड़ा फरेंदा जंगल मे लूट की घटना को लेकर पुलिस एलर्ट हो गयी है लेकिन अभी घटना को अंजाम देने वालों तक नही पहुंच पाई है। 2016 मे लेहरा मंदिर परिसर के पास 15 दिनों के अंतराल पर देर शाम को दो हत्या हुई। बृजमनगंज SO श्याम सुंदर तिवारी ने बताया कि मंगलवार की सुबह गोरखपुर के युवक के साथ लूट की घटना में बदमाशों की तलाश सक्रियता से की जा रही है।