नई दिल्ली। बंगलादेशी संसद की अध्यक्ष शिरीन शरमिन चौधरी ने भारत में लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को एक तिहाई सीटों पर आरक्षण देने वाले नारी शक्ति वंदन अधिनियम की सराहना करते हुए दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को और सुदृढ़ करने के लिए एक साथ मिलकर कार्य करने के इच्छा व्यक्त की है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ एक बैठक में सुश्री चौधरी ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम को एक सराहनीय कदम बताया। सुश्री चौधरी यहां कल से शुरु हो रहे P-20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत यात्रा पर हैं। उन्होंने गुरुवार को सम्मेलन स्थल यशोभूमि में बिरला से द्वि -पक्षीय मुलाकात की।
बैठक के दौरान बिरला ने G-20 देशों सम्मेलन में ‘नई दिल्ली लीडर्स डिक्लेरेशन’ का उल्लेख किया और कहा कि इससे इससे समकालीन वैश्विक मुद्दों के व्यावहारिक समाधान की राह खुलेगी। बिरला ने कहा कि सुश्री चौधरी के विचारों और अनुभवों से P-20 की चर्चा अधिक सार्थक, समावेशी और प्रभावकारी होगी। दोनों नेताओं ने दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को और सुदृढ़ करने के लिए साथ मिलकर कार्य करने के इच्छा व्यक्त की। बैठक में दोनों नेताओं ने स्वीकार किया कि हाल के वर्षों में बंगलादेश और भारत के बीच सम्बन्ध और प्रगाढ़ हुए हैं। दोनों नेताओं ने कहा कि संसदों के बीच प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण में और वृद्धि होनी चाहिए।
दोनों नेताओं ने कहा कि दोनों देशों के बीच सड़क, रेल, वायु, अंतर्देशीय जलमार्ग और तटीय नौवहन क्षेत्रों में संपर्क लगातार बढ़ रहा है और दक्षिण एशिया में भारत का बंगलादेश सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है। उन्होंने दोनों देशों के मजबूत होते संबंधों की भी सराहना की। बिरला और सुश्री चौधरी ने कहा कि G-20 के एजेण्डा को सफल बनाने में संसदों की अहम भूमिका है। दोनों नेताओं ने दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की यात्राओं पर चर्चा की और पर्यावरण संरक्षण में भारत-बंगलादेश के साझा प्रयासों पर विचार विमर्श किया। (वार्ता)