कविता : निर्जल उपवास व नशामुक्त भारत

कर्नल आदि शंकर मिश्र
कर्नल आदि शंकर मिश्र

निर्जल उपवास रखे कोई,
कोई नशे में धुत्त हो जाये,
यह बात बहुत अनैतिक है,
इस पर विचार किया जाये।

नशा मुक्त वृत आप करो,
पत्नी का पूरा सम्मान करो,
वह जननी है, बेटी व बहन है,
उसके इस वृत का मान करो।

नशा मुक्त भारत को करना है,
यह शपथ हम पुरुषों को लेना है,
भारत से नशे का रोग जो फैला है,
उसको समूल समाप्त कर देना है।

भारत का हर शख़्स और हर बच्चा,
नशा त्याग अपना चरित्र निर्माण करे,
आइये प्रतिज्ञा ऐसी हम सब लेते हैं,
आदित्य भारत नशामुक्त कर देते हैं।

 

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