
- मुख्यमंत्री का प्रोटोकाल अधिकारी एवं सचिव बनकर बेरोजगारों से करते थे ठगी
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रोटोकॉल एवं सचिव अधिकारी बताकर बेरोजगारों से ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा कर राज्य की STF टीम ने दो जालसाजों को पकड़ने में सफलता हासिल की है। STF को इनके पास से भारी मात्रा में जाली दस्तावेज के अलावा अन्य सामान बरामद हुए हैं। खुद को मुख्यमंत्री का प्रोटोकॉल एवं सचिव अधिकारी बताकर अलग-अलग सरकारी विभागों में ट्रांसफर पोस्टिंग कराने के साथ बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा कर राज्य की STF ने दो जालसाजों को गिरफ्तार किया है।
पकड़े दोनों आरोपियों ने पूछताछ में अपना नाम
रामशंकर गुप्ता उर्फ आशीष कुमार गुप्ता पुत्र स्व0 बाबू राम गुप्ता, मूल पता मोहल्ला दूबे बीसलपुर, थाना कोतवाली बीसलपुर, पीलीभीत व हाल पता विष्णुपुरी कालोनी विस्तार, थाना अलीगंज व दूसरे ने अपना नाम अरविन्द त्रिपाठी उर्फ गणेष त्रिपाठी उर्फ गुरूजी पुत्र स्व अवध त्रिपाठी, त्रिनगर, अशोक विहार, नई दिल्ली बताया। STF को इनके पास से
- 05 अदद मोबाइल फोन।
- 10460/- रुपये नकद।
- 14 अदद आई कार्ड। (मुख्यमंत्री का प्रोटोकाल अधिकारी, वाइस चान्सलर सुकरात वि0वि0, दिल्ली एवं मा0 उच्च न्यायालय दिल्ली बार एसोषिएषन)
- ताश के 52 पत्ते।
- 01 अदद डी0एल0
- 06 अदद एटीएम कार्ड।
- 02 अदद पैन कार्ड।
- 03 अदद चेकबुक।
- 04 अदद खाता पासबुक।
- 02 अदद लेटरपैड (विषेष सचिव निवेष, उ0प्र0 सरकार एवं वाइस चान्सलर सुकरात वि0वि0, दिल्ली)
- 01 अदद यात्री कार्ड।
- 18 अदद विजिटिंग कार्ड (वाइस चान्सलर सुकरात वि0वि0, दिल्ली)।
- 02 अदद बैंक स्टेटमेन्ट।
- 22 अदद प्रशिक्षण परीक्षा प्रश्न पत्र।
- 11 अदद कम्पलीमेन्ट लेटर।
- 165 अदद हिन्दुस्तान स्काउट एण्ड गाइड से सम्बन्धित कागजात।
- 02 अदद अंक पत्र/प्रमाण पत्र।
- 01 अदद खाकी वर्दी पीआरडी बैच व बेल्ट।
- 03 अदद मोहर।
- 01 अदद प्रवेश पत्र-टीईटी।
- 03 अदद प्रार्थना पत्र।
- 01 अदद काल लेटर।
- 01 अदद प्रमाण पत्र।
- 01 अदद भरी चेक।
- 01 अदद हाजिरी रजिस्टर।
- 03 अदद कार (यूपी 26 एई 0708 बैगनार) इर्टिगा कार टी 0923 एचआर 6589, डीएल 10 सीके 9544 एसेन्ट कार।
- भारी मात्रा में विभिन्न विभागों में ट्रान्सफर पोस्टिंग के दस्तावेज बरामद हुए हैं।
राज्य की STF को काफी समय से सूचना मिल हो रही थी कि मुख्यमंत्री का सुरक्षा अधिकारी एवं विषेष सचिव निवेष, उप्र सरकार बताकर विभिन्न विभाग में फर्जी टेण्डर व ठेका दिलाने एवं ट्रासंफर व पोस्टिंग कराने तथा उप्र शासन द्वारा मनोनीत विभिन्न बोर्डो के चेयरमैन व मंत्री का दर्जा दिलाने के नाम पर अवैध रुप से कुछ लोगों द्वारा फर्जीवाड़ा कर ठगी किया जा रहा है। इस सम्बन्ध में विषाल विक्रम सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, STF उत्तर प्रदेश लखनऊ के पर्यवेक्षण में अभिसूचना संकलन की कार्रवाई की जा रही थी। कि इसी दौरान मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि रामशंकर नाम का शख्स जो अपना नाम बदलकर आशीष गुप्ता रखा है और अपने आप को मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन के कार्यालय मे बतौर आई एएसपीसीएस मुख्यमंत्री का सुरक्षा अधिकारी बताकर अलग-अलग विभागों एवं राजनीतिक महत्वपूर्ण पदों व टेण्डर और ट्रान्सफर पोस्टिंग व सरकारी नौकरी दिलाने आदि के नाम पर ठगी करने वाला शख्स समाज कल्याण कार्यालय के पास अपने साथी अरविन्द त्रिपाठी के साथ किसी व्यक्ति से मिलने के लिए आने वाला है।
इस सूचना पर इंस्पेक्टर शिवनेत्र सिंह के नेतृत्व मे दरोगा विनय कुमार सिंह, मनोज सिंह, मुख्य आरक्षी सुधीर कुमार सिंह, मुख्य आरक्षी रमेश चन्द्र उपाध्याय, मुख्य आरक्षी राम नरेश दास, मुख्य आरक्षी सत्यप्रकाश वर्मा, आरक्षी अमित कुमार की टीम द्वारा उक्त स्थान पर पहुंच कर आवश्यक बल प्रयोग करते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए दोनों आरोपियों ने रामशंकर गुप्ता उर्फ आशीष गुप्ता ने पूछताछ में बताया कि वह किसी भी सरकारी विभाग मे कार्यरत नहीं है एवं व सुकरात विश्वविद्यालय दिल्ली का वीसी भी नही है। उसने अपने नाम के दो अलग-अलग आधार कार्ड बनवा रखा है। उसका वास्तविक नाम रामशंकर गुप्ता है, फर्जीवाडा करने के लिये उसने अपना नाम आशीष गुप्ता रख लिया है। बताया जा रहा है कि आम जनता से अपना नाम डा आशीष गुप्ता एवं अपना परिचय बतौर आईएएस व पीसीएस अधिकारी और विषेष सचिव, उत्तर प्रदेश शासन व मुख्यमंत्री का सुऱक्षा अधिकारी एवं सुकरात विश्वविद्यालय दिल्ली का वाइस चांसलर बताता है।