जयपुर से राजेंद्र गुप्ता
रंगों का अपना एक विशेष महत्व है। रंग व्यक्तित्व को निखारते हैं। खुशी का अहसास कराते हैं। मन की भावनाएँ भी दर्शाते हैं। कई रोग भी रंगों द्वारा ठीक किए जाते हैं जिन्हें हम कलर थैरेपी के नाम से जानते हैं। तो क्या रंग हमारे भाग्य को तय करने में भी कोई भूमिका निभाते हैं? जो लोग इस पर विश्वास करते हैं, उनका तो जवाब यही है कि हाँ! दिनों के हिसाब से रंगों का चुनाव फायदेमंद है….।
सोमवार : सोमवार यानी शीतल चंद्रमा का दिन। इसलिए इस दिन का रंग है सफेद ।
मंगलवार : यह हनुमानजी का दिन है। उनकी मूर्तियों में भगवा रंग में देखा है। इसलिए इस दिन का विशेष रंग है भगवा, जिसे अंग्रेजी में ऑरेंज कलर कहते हैं।
बुधवार : तीसरा दिन होता है देवों के देव गणपति का, जिन्हें सबसे ज्यादा प्रिय है दूर्वा। इसलिए इस दिन हरे कलर का महत्व है।
गुरुवार : यानी हफ्ते का चौथा दिन, जो बृहस्पति देव और साईं बाबा का है। बृहस्पति देव स्वयं पीले हैं, तो इस दिन का रंग है पीला।
शुक्रवार : यह देवी माँ का दिन होता है, जो सर्वव्यापी जगतजननी हैं। इसलिए यह दिन सभी रंगों का मिक्स या प्रिंटेड कपड़ों का होता है।
शनिवार : शनि देवता को समर्पित इस दिन नीला कलर पहना जाता है।
रविवार : सूर्य की उपासना के इस दिन गुलाबी रंग का विशेष महत्व है।
कुछ रंगों से हमारा अच्छा तालमेल होता है, जो हमें ‘पॉजीटिव एनर्जी’ देते हैं। इसलिए कुछ खास रंग हमें ज्यादा आकर्षित करते हैं। इसे ही ‘कलर साइंस’ या रंग विज्ञान कहा जाता है। लेकिन ज्योतिष पर यकीन करने वाले भी दिन के लिहाज से रंगों का चयन करने लगे हैं। बड़े लोगों और बड़े शहरों से शुरू हुआ यह विश्वास अब मझोले शहरों के लोगों में पैठ बनाता जा रहा है। छोटे शहर में भी ऐसे कई लोग हैं, जो खास दिन में खास रंग के कपड़े पहनने को वरीयता देते हैं।